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स्पोर्ट्स डेस्क : हफ्तों की चर्चा और बैठकों के बाद एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) ने आखिरकार एशिया कप 2023 की मेजबानी को लेकर विवाद पर निर्णय लिया। एसीसी ने गुरुवार 15 जून को फैसला किया कि आगामी एशिया कप हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जाएगा और इसकी मेजबानी पाकिस्तान और श्रीलंका दोनों द्वारा की जाएगी। इसके लिए अब पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने एसीसी का धन्यवाद किया है। 

टूर्नामेंट 31 अगस्त से 17 सितंबर के बीच किया जाएगा। इसके अलावा यह भी पता चला कि लाहौर टूर्नामेंट के पहले खेल की मेजबानी करेगा जो पाकिस्तान और नेपाल के बीच खेला जाएगा। प्रतियोगिता श्रीलंका में स्थानांतरित होगी, जहां दो भारत-पाकिस्तान मैच हो सकते हैं। हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार किए जाने के साथ पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) इस फैसले से खुश दिखा और सेठी ने कहा, 'मुझे खुशी है कि एसीसी एशिया कप 2023 के लिए हमारे हाइब्रिड संस्करण को स्वीकार कर लिया गया है। इसका मतलब है कि पीसीबी इवेंट होस्ट के रूप में रहेगा और श्रीलंका के साथ तटस्थ स्थान के रूप में मैचों का मंचन करेगा, जो पाकिस्तान जाने में असमर्थता की वजह से भारतीय क्रिकेट टीम के कारण आवश्यक था।' 

उन्होंने कहा, 'हमारे उत्साही प्रशंसक 15 साल में पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान में देखना पसंद करेंगे, लेकिन हम बीसीसीआई की स्थिति को समझते हैं। पीसीबी की तरह, बीसीसीआई को भी सीमा पार करने से पहले सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होती है।' इसके अलावा सेठी ने कहा, 'मैं अब एसीसी और श्रीलंका क्रिकेट के साथ अपनी चर्चा और विचार-विमर्श जारी रखने के लिए उत्सुक हूं ताकि कुछ मामूली परिचालन और साजो-सामान की जानकारी हासिल की जा सके, ताकि हम अपनी कार्यक्रम योजना और तैयारी शुरू कर सकें।' 

उन्होंने कहा, 'मैं परिषद को मजबूत करने के लिए एसीसी अध्यक्ष जय शाह के प्रयासों की सराहना करता हूं ताकि हम सामूहिक रूप से एक-दूसरे के हितों की रक्षा करना जारी रख सकें और उभरते एशियाई देशों को अवसर और मंच भी प्रदान कर सकें।'