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खेल डेस्क : शारजाह में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में रुतुराज गायकवाड़ ने अपने आई.पी.एल. करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। उन्होंने पहले डुप्लेसिस, फिर मोईन और जडेजा के साथ साझेदारियां की और 60 गेंदों में अपना शतक पूरा कर लिया। रुतुराज ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। हालांकि वह 17 ओवर तक ही 86 रन बना चुके थे लेकिन जडेजा से स्ट्राइक रेट न मिलना सबकी सांसें बढ़ा रहा था। स्ट्राइक न मिलने पर रुतुराज ने मैच के बाद बात की। उन्होंने कहा कि मुझे लग रहा था कि स्ट्राइक मिल जाएगी। लेकिन जिस तरह जडेजा खेल रहे थे,हमारी टीम को रन आ रहे थे। यही हमें चाहिए था।

 

गायकवाड़ ने कहा कि जब आप शतक के पास होते हैं तो आप इसके लिए जरूर जाना चाहते हैं। लेकिन अगर टीम के लिए रन आ रहे हैं तो आप इसको लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं होते। जडेजा काफी अच्छा खेल रहे थे। मुझे लग रहा था कि मुझे कुछ गेंदें जरूर मिलेंगी उसी में बड़ा हिट लगाने की कोशिश करूंगा। आखिरी गेंद तक मैंने उस ओर शॉट मारा जहां ग्राऊंड छोटी थी। मुझे उम्मीद थी कि अगर गेंद बल्ले पर ठीक से आई तो मुझे ज्यादा रन मिल सकते हैं। 

 

गायकवाड़ ने शुरुआत पर बात करते हुए कहा कि पहले विकेट थोड़ा रुका था। पावरप्ले में गेंदबाजी अच्छी थी। मेरी योजना 13वें या 14वें ओवर तक बल्लेबाजी करने की थी, ताकि मैं बाद में इसका फायदा उठा सकूं। मैं सिर्फ गेंद को समय देने और अपना आकार बनाए रखने पर ध्यान दे रहा था। हम 160 रनों की तलाश में थे, फिर मैंने सोचा 170, 180 और आखिर में हमें 190 मिल गया। 

 

बता दें कि रुतुराज ने पहली बार चेन्नई के लिए एक सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। इससे पहले शेन वॉटसन, अंबाति रायुडू, ड्वेन स्मिथ, माइक हस्सी, मैथ्यू हैडन यह कारनामा एक बार कर चुके हैं। अकेले सुरेश रैना ऐसे बल्लेबाज है जोकि चेन्नई की ओर से 3 बार सीजन में 500 से ज्यादा रन बना चुके हैं।