खेल डैस्क : 1971 में पहली बार हॉकी विश्व कप हुआ था। उसके बाद से 14 एडिशन में 2433 गोल हो चुके हैं। कुल 605 मुकाबले हुए हैं जिसमें प्रति गेम 4 गोल हुए हैं। ऐसे कुल 10 देश है जोकि 100 से ज्यादा गोल कर चुके हैं। इनमें 3 टीमें 200 से ज्यादा तो एक टीम 300 से ज्यादा गोल कर चुकी है। आइए पुरुषों के हॉकी विश्व कप के इतिहास में शीर्ष 5 स्कोरिंग देशों पर एक नजर डालते हैं-

5. स्पेन (176)
उन्होंने 1971 में अपनी स्थापना के बाद से विश्व कप के हर संस्करण में प्रतिस्पर्धा की है। हालांकि, उन्होंने कभी भी अंतिम पुरस्कार नहीं जीता है। वे सबसे करीब 1998 के फाइनल में आए थे जहां नीदरलैंड्स ने उन्हें हार दी थी। 94 मैचों में 176 गोल का आंकड़ा आता है। जबकि इंग्लैंड की टीम इतने ही मैचों में 175 गोल कर चुकी है। इन दोनों को मेजबान भारत के साथ पूल डी में रखा गया है।

4. भारत (199)
वर्तमान में विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर भारतीय हॉकी टीम बनी हुई है। भारतीय टीम भले ही ओलिम्पिक में परचम लहराने में सफल रही है लेकिन विश्व कप में उनका रिकॉर्ड इतना बढिय़ा नहीं है। टीम इंडिया ने 1975 एकमात्र गोल्ड जीता था। हालांकि इस बार भी भारतीय टीम गोल्ड की दावेदार नजर आ रही है। वर्तमान में भारतीय टीम 199 मैचों में 95 गोल कर इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है।

3. पाकिस्तान (235)
पाकिस्तान ने सर्वाधिक 4 बार विश्व कप जीता है। 2010 में इस टूर्नामेंट में अपनी आखिरी जीत के बावजूद वह 89 खेलों में 235 गोल करने में सफल रहा है। पाकिस्तान ने 1971, 1978, 1981 और 1994 में विश्व कप जीता था।

2. नीदरलैंड्स (267)
विश्व कप में 100 मैच खेलने वाली नीदरलैंड एकमात्र टीम है। उन्होंने 100 मैचों में 267 गोल किए हैं। उनकी जीत प्रतिशत 61 है। नीदरलैंड के ही पॉल लिटजेंस 25 व्यक्तिगत गोलों के साथ टूर्नामेंट के इतिहास में भी सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी भी हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ-साथ डच भी चौथी बार वल्र्ड कप जीतने के प्रबल दावेदार हैं।

1. ऑस्ट्रेलिया (305)
विश्व कप में 300 का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र टीम ऑस्ट्रेलिया है। ऑस्ट्रेलिया ने 92 मुकाबलों में सबसे ज्यादा 305 गोल किए हैं। ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत भी 75 है जोकि सबसे ज्यादा है। ऑस्ट्रेलिया 1986, 2010 और 2014 में विश्व कप जीता था। वह चौथे खिताब के लिए पाकिस्तान की बराबरी करने के शीर्ष दावेदार है।