नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 में टीम के प्रदर्शन पर अपने विचार साझा किए। पेरिस ओलंपिक में पुरुष हॉकी में कांस्य पदक जीतने के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम शनिवार सुबह नई दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंची। हवाई अड्डे पर कप्तान हरमनप्रीत ने कहा कि ओलंपिक में लगातार पदक जीतने के बाद हम बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। पूरे देश से हमें जो समर्थन मिला है वह जबरदस्त है। पीएम मोदी से बात करना बहुत खास था। मुझे 10 गोल करने पर बहुत अच्छा लग रहा है।
ड्रैग-फ्लिकर ने इस बात पर जोर दिया कि देश के लिए कोई भी पदक जीतना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि पदक तो पदक होता है और देश के लिए इसे जीतना बड़ी बात है। हमारा लक्ष्य फाइनल में पहुंचकर स्वर्ण पदक जीतना था, लेकिन दुर्भाग्य से हमारा सपना पूरा नहीं हुआ। हालांकि, हम खाली हाथ नहीं लौटे। एक के बाद एक पदक मिलना अपने आप में एक रिकॉर्ड है। जो प्यार हम पर बरसा है वह अविश्वसनीय है।
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हम फाइनल खेलना चाहते थे लेकिन कांस्य से भी खुश हैं : मनप्रीत
भारतीय हॉकी टीम के सीनियर खिलाड़ी मनप्रीत सिंह ने शनिवार को कहा कि ओलंपिक में स्वर्ण नहीं जीत पाना निराशाजनक था लेकिन लगातार दूसरा कांस्य पदक भी बुरा नहीं है। मनप्रीत ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। पिछली बार हमने कांस्य जीता था और इस बार भी जीता। टीम फाइनल खेलने के इरादे से गई थी लेकिन जीत नहीं सकी। लेकिन हमने कांस्य जीता और इतना प्यार पाकर अच्छा लग रहा है। मनप्रीत ने कहा कि हमें इस तरह के हालात में खेलने की ट्रेनिंग मिली थी। अगर किसी को ग्रीन या यलो कार्ड मिला है तो कैसे खेलना है। लेकिन हमें नहीं लगा था कि उसे रेडकार्ड मिलेगा। अमित रोहिदास की कोई गलती नहीं थी लेकिन उसे रेडकार्ड मिला। उन्होंने कहा कि टीम ने डिफेंस में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। हमने उन्हें ज्यादा मौके नहीं दिए। पेनल्टी कॉर्नर भी हमने बखूबी बचाए।
अगला लक्ष्य विश्व कप है : ललित कुमार उपाध्याय
पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक हासिल करने के बाद भारत की पुरुष हॉकी टीम के फॉरवर्ड ललित कुमार उपाध्याय ने शनिवार को टीम की भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की। ललित कुमार ने कहा, अब अगला लक्ष्य विश्व कप है। कोई डर नहीं था। हमने पिछले चार साल से तैयारी की थी। हमने स्वर्ण युग की कहानियां सुनीं, सोचा कि क्या हम इसे दोहरा सकते हैं या उससे भी आगे निकल सकते हैं। अभी विश्व कप को अपना अगला लक्ष्य मानते हुए टीम और भी बड़ी सफलता हासिल करने पर केंद्रित है। भारतीय फारवर्ड ने जोर देकर कहा कि हमने ओलंपिक में अच्छी हॉकी खेली। हम एक टीम के रूप में खेले और कभी हार नहीं मानी। उन्होंने शीर्ष स्तर की सुविधाएं प्रदान करने के लिए भारत सरकार, साई और टॉप्स का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हमें सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के लिए मैं भारत सरकार, एसएआई और टॉप्स को धन्यवाद देना चाहता हूं।
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