नई दिल्ली : 90 के दौर में भारतीय बल्लेबाजों के लिए खौफ पैदा करने वाले जिमबाब्वे के तेज गेंदबाज अब बतौर सिंगर जिंदगी गुजार रहे हैं। केन्या में जन्मे हैनरी हाई स्कूल में ही प्रसिद्ध हो गए थे। वह पहली बार 1995 में जिमबाब्वे की टीम में चुने गए थे। उनका कार्यकाल छोटा रहा। वह 30 टेस्ट और 50 वनडे ही खेल पाए।
ओलंगा ने 2003 क्रिकेट विश्व कप के दौरान अपनी बाजू पर काली पट्टी बांधी थी। दरअसल, ओलंगा जिमबाब्वे में कमजोर लोकतंत्र को लेकर नाराज थे। इस काम में ओलंगा के साथ तब एंडी फ्लावर भी शामिल थे। ओलंगा की इस हरकत पर जिमबाब्वे क्रिकेट बोर्ड काफी गुस्से में नजर आया। उनपर देशद्रोह के आरोप लगे। जान से मारने की धमकियां मिलीं। अरेस्ट वारंट भी निकले। लेकिन ओलंगा इन सबसे ऊपर उठ चुके थे। उन्होंने इंगलैंड में अपना घर बनाया। 2004 में ही उन्होंने फिजिकल एजुकेशन की टीचर तारा रीड के साथ शादी कर ली।
दो साल बाद ही ओलंगा सिङ्क्षगग रियालिटी शो ‘द ऑल स्टार टैलेंट शो’ जीते। उन्हें ओवरऑल 50 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। इसी साल उनकी म्यूजिक एलबम औरेलिया भी आई। इस दौरान दुनिया भर में वह छोटे-छोटे कंसर्ट करते रहे। अब साल ओलंगा को ‘द वायस ऑस्ट्रेलिया’ में देखा गया था।
गायकी का क्षेत्र चुनने पर ओलंगा ने कहा- जब आप भारत में क्रिकेट खेल रहे हो तो स्टेडियम में मौजूद 60 हजार दर्शक आपकी इज्जत नहीं करेंगे। इज्जत सिर्फ सचिन की होगी। वहीं, इसके ऊलट गायकी के वक्त आपको एक हॉल में कुछ ही लोगों के सामने परफार्म करना होता है। इसमें प्रैशर काफी कम होता है।
बता दें कि हैनरी ओलंगा को शारजहा के मैदान पर भारतीय टीम के खिलाफ दी गई यादगार परफार्मेंस के लिए याद किया जाता है। ओलंगा ने कोका कोला कप के दौरान 41 रन देकर चार विकेट चटकाए थे। जिमबाब्वे ने पहले बैटिंग कर भारत को जीत के लिए 206 रन का टारगेट दिया था। ओलंगा ने 28 रन के स्कोर पर ही भारत के बल्लेबाजों गांगुली, द्रविड़ और तेंदुलकर को पवेलियन लौटा दिया था। हालांकि इससे अगले मैच में सचिन ने ओलंगा की बराबर खबर ली थी।