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स्पोर्ट्स डेस्क : जिम्बाब्वे के सबसे गौरवान्वित क्रिकेटों में से एक पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक के बुधवार को 49 वर्ष की आयु में निधन होने जानकारी सामने आई थी। हालांकि ताजा रिपोर्ट के मुताबिक यह खबर झूठी है और वह जिंदा हैं। जिम्बाब्वे टीम में उनके पूर्व साथी हेनरी ओलोंगा ने इस बात का खुलासा किया है। 

स्ट्रीक की मौत की खबर के बाद ओलोंगा के नए ट्वीट में लिखा है, 'मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि हीथ स्ट्रीक के निधन की अफवाहों को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है। मैंने अभी उनसे सुना है। तीसरे अंपायर ने उन्हें वापस बुला लिया है। वह बिल्कुल जिंदादिल हैं।' 

49 वर्षीय ने 2005 में 31 साल की उम्र में संन्यास की घोषणा की। स्ट्रीक अभी भी 100 से अधिक टेस्ट और 200 से अधिक एकदिवसीय विकेट लेने वाले जिम्बाब्वे के एकमात्र गेंदबाज बने हैं। उन्होंने 2000 में जिम्बाब्वे की कप्तानी की, उस समय जब बोर्ड और टीम के बीच संबंधों में खटास आने के कारण कई खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम से हट गए थे। अपने शानदार करियर में स्ट्रीक ने 65 मैच खेले और 2.69 की इकॉनमी से 216 विकेट लिए। वनडे प्रारूप में स्ट्रीक ने 189 मैचों में 4.51 की इकॉनमी से 239 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा 5-32 था। 

स्ट्रीक ने लाल गेंद प्रारूप में 22.4 की औसत से 1,990 रन बनाए। उन्होंने अपने देश के लिए 65 टेस्ट मैच खेले। वनडे में स्ट्रीक ने 73.4 की स्ट्राइक रेट और 28.3 की औसत से 2,934 रन बनाए। 1993 में स्ट्रीक ने पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन के साथ क्रिकेट की दुनिया में अपना आगमन दर्ज कराया। उन्होंने रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ अपने दूसरे टेस्ट में 8 विकेट लेकर खुद को एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।