खेल डैस्क : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का कहना है कि मोहम्मद शमी को छह दिसंबर से होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए एडिलेड भेजा जाना चाहिए था। एडिलेड में टीम गुलाबी गेंद से दिन-रात्रि टेस्ट खेलेगी। भारतीय चयनकर्ताओं की सोच हालांकि गांगुली से नहीं मिलती है। टखने की चोट से उबरने के बाद बंगाल के लिए रणजी मैच में प्रभावी प्रदर्शन करने वाले शमी की वापसी में चयनकर्ता जल्दबाजी नहीं करना चाहते है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम और राष्ट्रीय चयनकर्ता चाहते हैं कि शमी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुछ और प्रतिस्पर्धी मैच खेलें जिससे यह देखा जा सके कि कई मैचों के बाद भी उनका शरीर ठीक है या नहीं, फिर भले ही यह सफेद गेंद का टूर्नामेंट हो।
गांगुली ने कहा कि शमी ने लगभग 45 ओवर गेंदबाजी की और मैदान पर क्षेत्ररक्षण के लिए 100 से अधिक ओवर तक मैदान पर रहे। यह ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने के लिए पर्याप्त फिटनेस है। इस दौरे पर आपको जसप्रीत बुमराह के साथ उनके जैसे क्षमता वाले गेंदबाज की जरूरत है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में हार के बाद टीम में बदलाव की बात हो रही है लेकिन 51 साल के गांगुली इन बातों को ज्यादा तवज्जो नहीं देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि टीम में बदलाव जब होना होगा तब होगा। मुझे लगता है कि किसी भी खिलाड़ी का आकलन उसकी उम्र को देख कर नहीं करना चाहिए। खिलाड़ी के आकलन के लिए सिर्फ फॉर्म और फिटनेस पैमाना होना चाहिए।
गांगुली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विराट कोहली और ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में शानदार बल्लेबाजी करेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे विराट कोहली पर पूरा विश्वास है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से इसे साबित किया है और उनके लिए यह श्रृंखला अच्छी होगी। इस श्रृंखला में भारत की सफलता काफी कुछ कोहली और पंत की बल्लेबाजी पर निर्भर करेगी। अगर यह दोनों अच्छा करते है तो भारत के लिए यह श्रृंखला अच्छी होगी।
बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए भारत की टीम
रोहित शर्मा (कप्तान), जसप्रीत बुमराह (उप-कप्तान), रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, अभिमन्यु ईश्वरन, शुभमन गिल, रवींद्र जड़ेजा, यशस्वी जयसवाल, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), सरफराज खान, विराट कोहली, प्रसिद्ध कृष्णा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएल राहुल, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी, मोहम्मद सिराज, वाशिंगटन सुंदर।