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जकार्ताः पाकिस्तान हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और ओलंपियन हसन सरदार ने भारत के साथ द्विपक्षीय सीरीज शुरू करने की वकालत करते हुए कहा है कि इससे उपमहाद्वीप में खेल को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।  पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी हसन सरदार ने कहा, ''हम हॉकी के पावरहाउस नहीं हो सकते, लेकिन हॉकी का खेल देखने के लिए भीड़ को वापस लाने के लिए पुरानी प्रतिद्वंद्विता को पुनर्जीवित करना आवश्यक है। दो पूर्व विश्व चैंपियनों को खेलते हुए देखने के लिए लोगों को स्टेडियम में आना शुरू करना चाहिए।'' 

क्रिकेट की तरह हॉकी आकर्षक नहीं रहा
अपने समय के सर्वश्रेष्ठ फारवर्ड खिलाड़ियों में शुमार हसन सरदार ने कहा, ''उपमहाद्वीप में हॉकी काफी खराब दौर से गुजर रही है। क्रिकेट ने लोकप्रियता के मामले में हॉकी का स्थान ले लिया है लेकिन मुझे लगता है कि अब हम वापसी कर रहे हैं।'' पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, ''उपमहाद्वीप में कई कारणों से युवाओं ने हॉकी को छोड़ दिया है। युवाओं के लिए क्रिकेट की तरह हॉकी आकर्षक नहीं रहा है। हॉकी को लेकर युवाओं में घटती दिलचस्पी के कई कारण हैं जिनमें प्रायोजकों की कमी, नेतृत्व की कमी, मैदानों की कमी, जमीनी स्तर पर प्रतिभा को उभारने में विफल होना महत्वपूर्ण कारण हैं।''
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हसन सरदार ने कहा कि लोग आज भी अजीत पाल सिंह, सुरजीत सिंह, अशोक कुमार, इस्लाहुद्दीन सिद्दीकी, शाहनाज शेख, अख्तर रसूल और समीउल्लाह जैसे खिलाड़ियों को याद करते हैं क्योंकि नए स्टार खिलाड़ी सामने नहीं आ रहे हैं। प्रत्येक खेल को नए सितारों की जरुरत होती है लेकिन दोनों ही देश हाल के वर्षों में स्टार खिलाड़ी देने में नाकामयाब रहे हैं।  वर्ष 1982 के एशियाई खेलों तथा 1984 के ओलंपिक में सर्वाधिक गोल करने वाले हसन सरदार भारत और पाकिस्तान में हॉकी के भविष्य को लेकर काफी आशावादी महसूस कर रहे हैं। 

गौरतलब है कि 1982 के एशियाई खेलों तथा 1984 के ओलंपिक में पाकिस्तान ने हॉकी का स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।  सरदार ने कहा, ''पहले के मुकाबले हॉकी काफी आसान हुयी है। हमारे समय में 20 से 25 देश हॉकी खेला करते थे, लेकिन अब करीब 60 देश हॉकी खेलते हैं।'' उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज से दर्शक आकर्षित होंगे।  मौजूदा भारतीय हॉकी खिलाड़यिों में सरदार सिंह की प्रशंसा करते हुए हसन ने कहा, ''जब मैं सरदार सिंह को खेलते हुए देखता हूं तो मुझे अजीत पाल और अख्तर रसूल की याद आ जाती है। सरदार एक मिडफील्डर के रूप में महान खिलाड़ी हैं।'' पाकिस्तान के लिए 1978 से 1988 तक हॉकी खेलने वाले हसन सरदार ने इस वर्ष पाकिस्तानी टीम के मैनेजर का पद संभाला है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान देश में हॉकी को सुधारने का प्रयास करेंगे।