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चेन्नई ( निकलेश जैन ) वैसे तो कोविड 19 की स्थिति  के कारण दुनिया भर की खेल की तरह भारत की खेल की गतिविधियां तो बंद है पर शतरंज मे जरूर भारत कुछ ना कुछ उपलब्धियां हासिल कर पा रहा है । भारत के लिए अच्छी खबर ये है की हमें अब अपना 66वां ग्रांड मास्टर मिल गया है । 3 जुलाई को सम्पन्न हुई फीडे कॉंग्रेस की ऑनलाइन मीटिंग मे भारत के गनेशन आकाश को विश्व शतरंज संघ नें ग्रांड मास्टर के खिताब से नवाजा है । जी आकाश भारत के उन खिलाड़ियों मे शामिल है जिन्हे बेहद कम उम्र मे नेशनल चैम्पियन बनने का गौरव हासिल है । इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए शतरंज से काफी समय तक दूर रहे आकाश का ग्रांड मास्टर बनना एक बेहद बड़ी बात है ।आकाश को भारतीय शतरंज जगत में एक शानदार  आक्रामक खिलाड़ी के तौर पर जाना जाता है  साथ ही निडरता उनके खेल को और खास बनाती है ।

2012 मे 16 साल मे बने थे नेशनल चैम्पियन – आकाश 2012 में उस समय अचानक उभरे थे जब 13 ग्रांड मास्टर के होते हुए उन्होने नेशनल चैम्पियन बनकर सभी को चौंका दिया था , वह इस स्पर्धा में 9.0/13 के स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहे थे , विदित गुजराती, अरुण प्रसाद, दीप सेनगुप्ता, और अधिबन ललित बाबू, वेंकटेश, गोपाल आदि बड़े बड़े नामों की मौजूदगी में उन्होने नेशनल चैम्पियन का खिताब जीतकर विश्व कप के लिए भी जगह बनाई थी ।