सिंगापुर (निकलेश जैन) सिंगापुर में 18 वर्षीय भारतीय शतरंज प्रतिभा गुकेश डी ने मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को 11वें गेम में हराकर इतिहास रचने की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया। गुकेश अब तीन गेम शेष रहते हुए 6-5 से आगे हैं और अगर वह 7.5 अंक तक पहुंचते हैं तो वह इतिहास में सबसे कम उम्र के क्लासिकल शतरंज चैंपियन बन जाएंगे। खेल की शुरुआत से पहले गुकेश पर सफेद मोहरों से जीतने का भारी दबाव था, क्योंकि वह कई बार जीत के करीब आकर चूक चुके थे। लगातार ड्रा हो रहे मैचों की वजह से लोग इस चैंपियनशिप को डिंग के पक्ष में जाता मानने लगे थे।
यह गेम बेहद रोमांचक रहा, जहां दोनों खिलाड़ियों ने एक चाल पर लगभग एक घंटे का समय लिया। अंततः डिंग ने समय के दबाव में 28वीं चाल में एक बड़ी गलती कर दी। उन्होंने अपनी रानी पीछे की ओर खेली, जिसके बाद गुकेश ने अपनी रानी को आगे बढ़ाकर डिंग के घोड़े को मारते हुए जीत हासिल की। इस चाल के बाद डिंग को खेल छोड़ना पड़ा।
डिंग लिरेन ने मैच के बाद निराशा व्यक्त करते हुए कहा, "पहले ही चार चाल के बाद मुझे समझ नहीं आया कि मैंने सही निर्णय लिया या नहीं। मैंने एक पुरानी रैपिड गेम के बारे में सोचा था, लेकिन आगे की चालें याद नहीं कर पाया। मैंने 40 मिनट बर्बाद कर दिए और समय की कमी निर्णायक साबित हुई।"
वहीं, गुकेश ने अपनी जीत का श्रेय अपनी कोचिंग टीम को दिया। उन्होंने कहा, "मेरी टीम ने इस ओपनिंग की तैयारी में बेहतरीन काम किया, जिससे डिंग सरप्राइज हो गए। हालांकि, बीच में मैंने कुछ गलतियां कीं, लेकिन अंत में जीतने में कामयाब रहा।"
डिंग ने उम्मीद जताई कि वह अगले गेम में वापसी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "पिछले मैच में मैंने 12वें गेम में वापसी की थी, और कल अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।"
चैंपियनशिप का स्वरूप
यह 14 गेम की क्लासिकल शतरंज चैंपियनशिप है, जिसमें चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन और भारत के चुनौतीकर्ता गुकेश डी आमने-सामने हैं। जो खिलाड़ी 7.5 अंक पहले हासिल करेगा, वह विजेता बनेगा। इस प्रतियोगिता की कुल इनामी राशि $2.5 मिलियन (लगभग ₹20 करोड़) है