मडगांव : भारत में यहां बुधवार से पहली बार एएफसी चैंपियन्स लीग फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन होगा और महाद्वीप की शीर्ष क्लब फुटबॉल प्रतियोगिता के ग्रुप चरण में देश से एफसी गोवा ही एकमात्र टीम हिस्सा लेगी। एफसी गोवा की टीम बुधवार को कतर के अल-रेयान एससी से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में भिड़ेगी और मुख्य कोच जुआन फेरांडो को उम्मीद है कि टीम घरेलू हालत में खेलने का फायदा उठा पाएगी।
महाद्वीप की इस सबसे प्रतिष्ठित क्लब प्रतियोगिता में इंडियन सुपर लीग 2019-20 के चैंपियन एफसी गोवा को ईरान के पर्सिपोलिस, अल-रेयान और यूएई के अल-वाहदा के साथ ग्रुप ई में रखा गया है। पेरिस सेंट जर्मेन के पूर्व मैनेजर लॉरेंट ब्लैंक के मार्गदर्शन में खेल रही अल-रेयान की टीम के खिलाफ भारतीय टीम की राह आसान नहीं होगी। अल-रेयान के पास एफसी पोर्टो के पूर्व स्टार यासिन ब्राहिमी और आइवरी कोस्ट के योहान बोली जैसे दिग्गज खिलाड़ी हैं।
पर्सिपोलिस और अल वाहदा की मजबूत टीमों की चुनौती से पार पाना भी एफसी गोवा के लिए आसान नहीं होगा। लीग में पदार्पण से पहले फेरांडो ने एशिया के कुछ सबसे बड़े खिलाडिय़ों के खिलाफ अपने खिलाडिय़ों को मिले खेलने के मौके जीवन में एक बार मिलने वाला मौका बताया। एफसी गोवा ने 2019-20 सत्र में आईएसएल विनर्स लीग शील्ड जीतकर 2021 एएफसी चैंपियन्स लीग के ग्रुप चरण में क्वालीफाई किया। यह पहली बार है जब भारत की कोई टीम प्रतियोगिता के इस चरण में खेल रही है।