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नई दिल्लीः अंकिता रैना ने दबाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए दुनिया की 120वें नंबर की खिलाड़ी लिन झू को हराया लेकिन भारत को चीन के खिलाफ एशिया ओशियाना ग्रुप वन फेड कप टेनिस मुकाबले में 1 . 2 से हार से नहीं बचा सकी। करमन कौर थांडी की हार के बाद विश्व रैंकिंग में 253वें स्थान पर काबिज अंकिता ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऊंची रैंकिंग वाली झू को 6 . 3, 6 . 2 से हराया । इससे पहले करमन को चीन की याफान वांग ने 6 . 2, 6 . 2 से मात दी ।          

करो या मरो के मुकाबले में कजाखस्तान से खेलेगा भारत
अंकिता और प्रार्थना थोंबरे की जोड़ी को वांग और झाओशुआन यांग ने 6 . 2, 7 . 6 से हराया । भारत अब कल करो या मरो के मुकाबले में कजाखस्तान से खेलेगा जिसने हांगकांग को 3 . 0 से मात दी । दोनों पूल मुकाबलों के विजेता विश्व ग्रुप प्लेआफ के लिये क्वालीफाई करने के मकसद से एक दूसरे से खेलेंगे । अंकिता की लिन पर यह चार मुकाबलों में पहली जीत थी । वह टूर पर दो बार और फेड कप में एक बार लिन से हार चुकी है।  

टूर्नामेंट में लौटाने का जिम्मा अंकिता रैना पर
उसने शुरू ही से दबाव बनाते हुए लिन को वापसी का कोई मौका नहीं दिया । लिन ने फोरहैंड पर कई गलतियां की जिनका अंकिता ने पूरा फायदा उठाया । इससे पहले करमन और वांग के प्रदर्शन में जमीन आसमान का अंतर था क्योंकि वांग ने पूरे मैच में दबाव बनाये रखा । उसने 6 . 2 , 6 . 2 से जीत दर्ज की । अब भारत को टूर्नामेंट में लौटाने का जिम्मा अंकिता रैना पर है जिसका सामना दुनिया की 125वीं रैंकिंग की लिन झू से होगा । चीन की टीम यहां मंगलवार की सुबह ही पहुंची है लेकिन वांग हालात के अनुरूप खुद को ढालने में कामयाब रही । करमन ने काफी कोशिश की लेकिन मैच में वापसी नहीं कर सकी । उसके पास अपने प्रतिद्वंद्वी की विविधता और शाट्स का जवाब नहीं था ।