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लंदन : इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) इंग्लैंड के खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी के लिए निरीक्षक को नियुक्त करने पर विचार कर रहा है। कोविड-19 महामारी के बीच क्रिकेट बहाल होने के बाद से इंग्लैंड के खिलाड़ियों ने अधिकांश समय जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में बिताया है। इंग्लैंड कोरोना वायरस के कारण ब्रेक के बाद जुलाई में क्रिकेट को दोबारा शुरू करने वाला पहला देश बना था जब उसने वेस्टइंडीज, पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया की मेजबानी की थी।

राष्ट्रीय टीम के कुछ खिलाड़ियों ने इसके बाद यूएई में इंडियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लिया और फिर दक्षिण अफ्रीका रवाना हुए। इस महीने ईसीबी के महानिदेशक एश्ले जाइल्स ने कहा था कि क्रिकेटरों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच होगी जिसके बाद ही वे भविष्य के दौरों पर जाएंगे। ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने कहा कि एश्ले टीम के लिए मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े व्यक्ति को नियुक्त करने की प्रक्रिया में हैं। यह मनोविज्ञान और उपचार से अलग होगा लेकन असल में स्थाई रूप से हमारे हाई परफोर्मेंस के हिस्से के तौर पर मानसिक बेहतरी को देखेगा। हम टीम के अंदर नेतृत्वकर्ता तैयार करना चाहते हैं।

भारतीय कप्तान विराट कोहली और इंग्लैंड की विश्व चैंपियन टीम के कप्तान इयोन मोर्गन सहित कई खिलाड़ी मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत के बारे में बोल चुके हैं क्योंकि खिलाड़ी महामारी के बीच दौरे कर रहे हैं। इंग्लैंड को दो टेस्ट के लिए श्रीलंका के दौरे पर जाना है जिसके बाद टीम अगले साल फरवरी-मार्च में भारत में चार टेस्ट, पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी।