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ओडेन्से : दो बार की ओलिम्पिक पदक विजेता पी वी सिंधू ब्रेक के बाद वापसी करते हुए डेनमार्क ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में कोरिया की अन सियंग से हारकर बाहर हो गई। अगस्त में टोक्यो ओलिम्पिक में कांस्य पदक जीतने के बाद पहला मैच खेल रही सिंधू 5वीं वरीयता प्राप्त अपनी प्रतिद्वंद्वी का सामना नहीं कर सकी और 36 मिनट में 11-21, 12-21 से हार गई। पिछली बार भी वह अन सियंग से सीधे गेम में हार गई थी जब दो साल पहले दोनों का मुकाबला हुआ था। 

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सियंग ने शानदार शुरूआत करके छह मिनट के भीतर ही 7 अंक की बढ़त बना ली। सिंधू ने कई सहज गलतियां की जिनका कोरियाई खिलाड़ी ने फायदा उठाया। उसने जल्दी ही बढ़त 16-8 की कर ली और आखिर में सिंधू ने उसे 10 गेम प्वाइंट गंवाकर पहला गेम सौंप दिया। दूसरे गेम में भी कहानी कुल जमा यही रही। ब्रेक तक सिंधू ने वापसी की कोशिश की लेकिन उसके बाद खेल एकतरफा हो गया।

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सिंधू ने गुरुवार को थाईलैंड की बुसानन ओंगबोमरंगफान को 67 मिनट में 21-16, 12-21, 21-15 से हराया था। इससे पहले भारत के समीर वर्मा ने विश्व के नंबर तीन खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन को सीधे गेम में हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया लेकिन लक्ष्य सेन हारकर बाहर हो गये। विश्व में 28वें नंबर के समीर ने बेहतरीन खेल का नजारा पेश करके स्थानीय खिलाड़ी एंटोनसेन को 21-14, 21-18 से हराया। पुरुष एकल का यह मैच 50 मिनट तक चला।

मध्य प्रदेश का यह 27 वर्षीय खिलाड़ी अगले दौर में 33 वर्षीय टॉमी सुगियार्तो का सामना करेगा। लक्ष्य सेन हालांकि ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसन का सामना नहीं कर पाये और आसानी से हार गए। एक्सेलसन ने भारतीय खिलाड़ी को 21-15, 21-7 से पराजित किया। इससे पहले समीर और एंटोनसेन के बीच जो छह मैच खेले गए थे उनमें से भारतीय खिलाड़ी ने केवल एक मैच जीता था। समीर ने हालांकि पहले गेम में शुरू में ही 2-0 की बढ़त बना दी और ब्रेक तक वह 11-6 से आगे थे।

भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद भी डेनमार्क के खिलाड़ी के वापसी के सारे प्रयासों को विफल किया। उन्होंने लगातार तीन अंक बनाकर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरा गेम थोड़ा कड़ा था लेकिन समीर ने शुरू में 5-3 से दो अंक की बढ़त बनायी तथा मध्यांतर तक वह 11-8 से आगे थे। इसके बाद उन्होंने एंटोनसेन को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।