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मुंबई : दक्षिण अफ्रीका के धाकड़ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स (AB De Villiers) ने शनिवार को यहां कहा कि भारत के युवा खिलाड़ियों में इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में कुछ खास हासिल करने की क्षमता है, बशर्ते वे खुद पर भरोसा रखें। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी आगे आए। 25 वर्षीय शुभमन गिल की अगुवाई में भारत अगले महीने इंग्लैंड के 5 टेस्ट मैचों के दौरे के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का नया चक्र शुरू करेगा।

भारत को रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिलेगी। इन दोनों ने हाल में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। भारत को ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की भी कमी खलेगी, जिन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान संन्यास ले लिया था। इसके अलावा तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की भी कमी खलेगी, जो टेस्ट क्रिकेट में खेलने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं हैं।

 

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डिविलियर्स ने यहां एनजीओ प्रोजेक्ट मुंबई कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से कहा कि हां, अब समय आ गया है कि युवा खिलाड़ी आगे आएं। शुभमन गिल जिम्मेदारी लें। उन्होंने कहा कि भारत में बहुत प्रतिभा है और इसका श्रेय काफी हद तक आईपीएल को जाता है, क्योंकि यह बहुत कम उम्र में ही कुछ युवाओं को अच्छा प्रदर्शन का मौका दे रहा है। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बेहतरीन मंच है।

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ने कहा कि इंग्लैंड का दौरा भारत की युवा टीम के लिए कड़ी परीक्षा होगी, लेकिन विश्वास बनाए रखने से उन्हें अनुकूल परिणाम हासिल करने में मदद मिल सकती है। डिविलियर्स ने कहा कि उन्हें इंग्लैंड में जिम्मेदारी लेनी होगी। उनके लिए यहां कड़ी परीक्षा होगी लेकिन भारत के पास प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की कमी नहीं है और अगर वे खुद पर भरोसा रखते हैं तो कुछ खास हासिल कर सकते हैं।

 

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कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के संदर्भ में डिविलियर्स ने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी। मुझे लगता है कि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में दुनिया भर में क्रिकेट के लिए बहुत कुछ किया है। सौभाग्य से, हम उन्हें अब भी क्रिकेट के मैदान पर देखेंगे। टेस्ट मैचों में उनकी कमी खलेगी, इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट में महान विरासत छोड़ गए हैं।