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लंदनः इंग्लैंड के आलराउंडर डेविड विली ने कहा कि इस साल यार्कशर के अपने अनुबंध को दांव पर लगाकर इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने का उनका फैसला सही था।     इस 28 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि चेन्नई सुपरकिंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग की देखरेख में वह बेहतर खिलाड़ी बने हैं हालांकि आईपीएल चैंपियन की तरफ से वह केवल तीन मैचों में खेले थे।           

अनुभव का उपयोग विश्वकप में करना चाहते हैं विली 
विली अब अपने इस अनुभव का उपयोग अगले साल इंग्लैंड में होने वाले विश्व कप में करना चाहते हैं। उन्होंने यार्कशर के अनुबंध को दांव पर लगाकर आईपीएल में खेलने का फैसला किया था और जब उनसे पूछा गया कि क्या यह मुश्किल फैसला था तो उन्होंने कहा, ‘‘मैंने इस बारे में कुछ नहीं सोचा था।’’ विली ने कहा, ‘‘आपको दुनिया के सबसे बड़े टी20 टूर्नामेंट में हर दिन खेलने का मौका नहीं मिलता। इससे मेरा (यार्कशर के साथ) अनुबंध दांव पर लग गया था लेकिन अब सारा मामला सुलझ गया है।’’          

यार्कशर से फिर से अनुबंध करने वाले विली ने कहा, ‘‘मैं जब यहां से बाहर रहा तो मेरे अंदर खेल के प्रति प्यार फिर से जाग गया। मुझे वास्तव में लगा कि मैं फिर से इस खेल का विद्यार्थी बन गया हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक अन्य वर्ष के लिये यार्कशर से अनुबंध किया है और मैं अब भी सभी प्रारूपों में खेलना चाहता हूं।’’