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नई दिल्लीः फाफ डुप्लेसिस ने बल्लेबाजी के लिए मुश्किल परिस्थितियों में अपने कौशल का शानदार नमूना पेश करके नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली, जिससे चेन्नई सुपर किंग्स ने हार के कगार से वापसी करके सनराइजर्स हैदराबाद पर दो विकेट की जीत से आईपीएल-11 के फाइनल में जगह बनाई। हार के बाद केन विलियमसन ने कहा कि जिस तरह से चेन्नई के नीचले क्रम वाले बल्लेबाजों ने प्रदर्शन किया वह शानदार था।

विलियमसन ने कहा, ''यह क्रिकेट का एक अच्छा खेल था, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो हम बल्ले से रन नहीं बना सके। यह निश्चित रुप से 140 स्कोर वाला विकेट नहीं था। अब हमें यहां आने के लिए कोलकाता में कुछ कड़ी मेहनत करनी है। इस मैच को जीतने के लिए सीएसके के नीचे क्रम के बल्लेबाजों को क्रेडिट। उन्होंने लंबी बल्लेबाजी कर के हमें दबाव में रखा। यह महत्वपूर्ण है कि हम इस अनुभव से सीखें।'' फाफ डु प्लेसिस के बारे में उन्होंने कहा, ''फाफ ने उनके लिए अच्छा क्रिकेट खेला, काबेल तारीफ।''

वानखेड़े की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी। गेंद रुककर बल्ले पर आ रही थी जिससे शाट लगाना आसान नहीं था। ऐसे में एक समय चेन्नई के लिए 140 रन का लक्ष्य भी पहाड़ जैसा बन गया लेकिन सलामी बल्लेबाज डु प्लेसिस (42 गेंदों पर नाबाद 67 रन) ने आखिर तक एक छोर संभाले रखा जिससे टीम ने 19.1 ओवर में लक्ष्य तक पहुंचाया। इससे पहले सनराइजर्स अगर सात विकेट पर 139 रन तक पहुंच पाया तो इसका श्रेय कार्लोस ब्रेथवेट को जाता है जिन्होंने चार छक्कों की मदद से 29 गेंदों पर नाबाद 43 रन बनाए। उनके अलावा कप्तान केन विलियमसन और यूसुफ पठान (दोनों 24 रन) ही 20 रन की संख्या पार कर पाए।