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नई दिल्ली : चौदह वर्ष के वैभव सूर्यवंशी पर जरूरत से ज्यादा फोकस राहुल द्रविड़ नहीं चाहते लेकिन राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच को बखूबी पता है कि इसे रोकना उनके बस में नहीं है। सूर्यवंशी पर सवालों की बौछार से साबित हो गया कि क्रिकेट जगत कुछ समय तक इस प्रतिभाशाली क्रिकेटर को अकेले नहीं छोड़ने वाला। उन्होंने कहा कि बिहार के इस युवा खिलाड़ी को रातोंरात मिली स्टारडम से निपटने का तरीका खुद तलाशना होगा। 

भारत के पूर्व मुख्य कोच द्रविड़ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अभी कुछ समय उस पर ऐसे ही फोकस रहेगा। लोग उसके बारे में बात कर रहे हैं जिसे मैं रोक नहीं सकता। मैं यहां बातचीत के लिए आया हूं और मुझसे सिर्फ वैभव के बारे में सवाल पूछे जा रहे हैं।' उन्होंने कहा, ‘उसके लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन रोमांचक भी। मैं कहना चाहता हूं कि इतना ज्यादा फोकस उस पर नहीं करें लेकिन मुझे पता है कि ऐसा होगा नहीं।' उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि ऐसा होगा और इसलिए इससे निपटने में उसकी मदद कर रहे हैं। भारत में क्रिकेटर होने का यह हिस्सा है। इससे बच नहीं सकते।' 

ऋषभ पंत, शुभमन गिल, पृथ्वी साव, यशस्वी जायसवाल जैसे कई युवा खिलाड़ी तैयार कर चुके भारत के पूर्व अंडर 19 कोच ने बताया कि सूर्यवंशी क्यों खास है। उन्होंने कहा, ‘इस तरह निर्भीक होकर खेलना और हालात का दबाव नहीं लेना खास है। इतनी कम उम्र में ऐसा देखने को नहीं मिलता। उसके पास इतने बेहतरीन शॉट्स भी हैं। वह अभी और निखरेगा। अब टीमें उसके खिलाफ तैयारी के साथ उतरेंगी।' 

बातचीत के दौरान सूर्यवंशी की एक वीडियो क्लिप भी दिखाई गई जिसमें उसने द्रविड़ की तारीफ की है लेकिन द्रविड़ ने उसकी कामयाबी का श्रेय लेने से इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘सबसे ज्यादा श्रेय उसी को जाता है। मेरा श्रेय लेना गलत होगा। उसके पिता ने काफी सहयोग किया और राजस्थान रॉयल्स में कई लोग उसके साथ है।'