पेरिस : अमेरिकी टेनिस सनसनी कोको गॉफ ने शनिवार को रोलां गैरो में विश्व नंबर एक आर्यना सबालेंका को हराकर अपना पहला फ्रेंच ओपन महिला एकल खिताब जीता। यह 21 वर्षीय खिलाड़ी का दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है, जो उन्होंने 6-7(5), 6-2, 6-4 के स्कोर के साथ तीन सेटों में हासिल किया। यह जीत 2022 के बाद उनकी दूसरी फ्रेंच ओपन फाइनल में आई, जहां वे इगा स्विएटेक से हार गई थीं। गॉफ ने 2023 यूएस ओपन में सबालेंका को हराकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता था, और अब उन्होंने क्ले कोर्ट पर भी अपनी बादशाहत साबित की।
मैच की शुरुआत में सबालेंका ने अपनी आक्रामक शैली से 4-1 की बढ़त बना ली थी। हालांकि, गॉफ ने शानदार वापसी की और पहला सेट टाईब्रेक तक ले गईं, लेकिन सबालेंका ने 7-5 से इसे जीत लिया। दूसरे सेट में गॉफ ने अपनी रक्षात्मक क्षमता और कोर्ट कवरेज का शानदार प्रदर्शन किया, जिससे सबालेंका की गलतियां बढ़ीं और गॉफ ने 6-2 से सेट अपने नाम किया। निर्णायक तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार टेनिस खेला, जिसमें कई बार सर्विस ब्रेक हुई। गॉफ ने अपनी मानसिक दृढ़ता दिखाई और चैंपियनशिप पॉइंट पर सबालेंका की गलती का फायदा उठाकर खिताब अपने नाम किया।

यह जीत गॉफ को सेरेना विलियम्स (2002) के बाद यूएस ओपन और फ्रेंच ओपन दोनों जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बनाती है। कोर्ट फिलिप-शैत्रिए पर गॉफ ने ट्रॉफी उठाते समय अपने परिवार और कोचों को धन्यवाद दिया। दूसरी ओर, सबालेंका ने हार के बाद भावुक होकर कहा कि यह हार बहुत दुखदायी है। कोको, तुम मुझसे बेहतर थीं। तुम एक असली फाइटर हो। उन्होंने यह भी वादा किया कि वे और मजबूत होकर वापसी करेंगी।
गॉफ की इस जीत ने उनके करियर की नई ऊंचाइयों को छुआ। उनकी गति, रक्षात्मक खेल, और दबाव में शांत रहने की क्षमता ने उन्हें इस जीत तक पहुंचाया। यह फाइनल, जो 2 घंटे 38 मिनट तक चला, 2013 के बाद पहला नंबर 1 बनाम नंबर 2 फ्रेंच ओपन फाइनल था। गॉफ की यह जीत अमेरिकी टेनिस के लिए भी गौरव का क्षण है, क्योंकि वे 2015 के बाद फ्रेंच ओपन जीतने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं।