नई दिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी का अधिकार पाकिस्तान के पास है। लेकिन अभी तक टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। वहीं, टूर्नामेंट कहां होगा इसको लेकर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। भारतीय टीम ने पहले ही पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया तो ऐसे में आईसीसी इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित करने पर विचार कर रही है। आईसीसी ने इसके लिए 29 नवंबर को एक बैठक भी की थी। हालांकि, उस बैठक में कुछ पाकिस्तानियों ने हाइब्रिड मॉडल पर आपत्ति जताई थी।
खबरों की मानें तो अब पीसीबी हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार है लेकिन उसने आईसीसी के सामने कुछ ऐसी शर्तें रखी हैं, जिन्हें आईसीसी मान भी सकती है। फाइनल फैसला क्या होगा यह अभी देखा जाना है। पीसीबी चाहता है कि इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच लाहौर में हो। इसे बैकअप के तौर पर रखना चाहिए। अगर भारतीय टीम फाइनल में नहीं पहुंचती है तो इस टूर्नामेंट का फाइनल लाहौर में ही कराया जाना चाहिए।
पीसीबी ने यह भी कहा कि अगर भारत भविष्य में कोई आईसीसी टूर्नामेंट आयोजित करता है तो वह टूर्नामेंट भी हाइब्रिड मॉडल पर होना चाहिए। पाकिस्तान अपने मैच भारत में नहीं खेलेगा। पीसीबी ने साफ कहा है कि जब पाकिस्तान भारत आकर नहीं खेल सकता तो पाकिस्तान टीम भी भारत जाकर नहीं खेलेगी। यह प्रतियोगिता 19 फरवरी से 9 मार्च तक आयोजित होने की उम्मीद है। 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान में क्रिकेट नहीं खेला है। 2017 के बाद पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी आईसीसी कैलेंडर में लौट रही है। पाकिस्तान ने 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था। वहीं, भारतीय टीम 2013 के बाद से चैंपियंस ट्रॉफी नहीं जीत पाई है।
आईसीसी के समझाने के बाद भी पीसीबी बैठक में नहीं मानी। आईसीसी के सदस्य पीसीबी को यह समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के बिना चैंपियंस ट्रॉफी का मजा नहीं आएगा। सबसे बड़ी बात तो ये है कि अगर दोनों देशों के बीच मैच नहीं हुआ तो बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। हालांकि आज जो खबरें आ रही हैं उससे लग रहा है कि टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित किया जाएगा।