लाहौर : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने रविवार को पुष्टि की कि भारत ने अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने की अपनी अनिच्छा के बारे में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को सूचित किया है। पीसीबी ने एक बयान में कहा कि पीसीबी को आईसीसी से एक ई-मेल मिला है जिसमें कहा गया है कि बीसीसीआई ने उन्हें सूचित किया है कि उनकी टीम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी।
पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा कि पीसीबी ने उस ई-मेल को परामर्श और मार्गदर्शन के लिए पाकिस्तान सरकार को भेज दिया है। पीसीबी ने आईसीसी ई-मेल पर आगे कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन इसके अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान अपनी नीति का खुलासा तभी करेगा जब उन्हें आईसीसी से कुछ लिखित में मिलेगा। बीसीसीआई ने पहले ही वैश्विक क्रिकेट संस्था को भारत की पड़ोसी देश की यात्रा करने में असमर्थता के बारे में सूचित किया था जिससे पीसीबी के पास ‘हाइब्रिड मॉडल' में चैंपियंस ट्रॉफी आयोजित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
नकवी ने यह भी कहा था कि ‘हाइब्रिड मॉडल' पाकिस्तान को स्वीकार्य नहीं है। भारत ने 2008 के बाद से अपनी क्रिकेट टीम पाकिस्तान नहीं भेजी है, जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम एशिया कप के लिए पिछली बार आई थी। पाकिस्तान ने 2012-13 में द्विपक्षीय सफेद गेंद की श्रृंखला, 2016 में टी 20 विश्व कप और पिछले साल 50 ओवर के विश्व कप के लिए भारत का दौरा किया है। जैसा कि पहले बताया गया है, भारत अपने सभी मैच दुबई में खेलेगा तथ भारत और पाकिस्तान के बीच महत्वपूर्ण मुकाबला भी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होगा।
कुछ दिन पहले बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर बताया था कि यह आईसीसी का टूर्नामेंट है और बीसीसीआई ने वैश्विक संस्था को सूचित कर दिया है कि वह पाकिस्तान नहीं जाएगा। अब आईसीसी पर निर्भर होगा कि वह मेजबान देश को इस बारे में बताए और फिर टूर्नामेंट के कार्यक्रम को अंतिम रूप दे। परंपरा यह है कि कार्यक्रम की घोषणा टूर्नामेंट शुरू होने से 100 दिन पहले की जाए।
दुबई भारत के मुकाबलों के लिए सबसे अच्छी जगह है क्योंकि तीनों स्टेडियमों में इसकी क्षमता सबसे अधिक है और पिछले महीने महिला टी20 विश्व कप की मेजबानी के बाद सभी जरूरी बुनियादी ढांचे अच्छी तरह से तैयार हैं। पिछले साल एशिया कप ‘हाइब्रिड मॉडल' में आयोजित करना पड़ा था क्योंकि भारत ने देश का दौरा करने से इनकार कर दिया था जिसकी मेजबानी पाकिस्तान ने की थी।