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स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय टेबल टेनिस दल ने एशियाई खेलों में अविश्वसनीय प्रदर्शन किया था जिसे खिलाड़ी ‘मिनी ओलंपिक' भी मानते हैं और अब तीन साल बाद क्या वे तोक्यो ओलंपिक में भी कोई कमाल कर सकते हैं, यह देखना होगा। एशियाई खेलों में भले ही चीन, कोरिया और जापान जैसे मजबूत देश हों लेकिन ओलंपिक बिलकुल ही अलग तरह के खेल हैं। भारत ने जकार्ता में पुरूष टीम का कांस्य और मिश्रित युगल का कांस्य पदक जीतकर एशियाई खेलों में देश के पदक सूखे को समाप्त किया लेकिन यहां एक पदक के करीब पहुंचना भी मुश्किल काम होगा।

पिछले हफ्ते जब टेबल टेनिस खिलाड़ी तोक्यो पहुंचे तो थोड़ी सी उम्मीद मिश्रित युगल वर्ग में थी लेकिन शुरूआती मुकाबले में चीनी ताइपे की दुनिया की नंबर एक जोड़ी के खिलाफ मुकाबले ने ए शरत कमल और मनिका बत्रा के लिये चुनौती और कठिन कर दी है। एशियाई खेलों की कांस्य पदक विजेता जोड़ी का प्रदर्शन क्वालीफायर में शानदार था और उन्होंने टूर्नामेंट भी जीते। लेकिन ओलंपिक से पहले शरत और मनिका को एक साथ अभ्यास के लिये केवल तीन ही सत्र मिले जिसके बाद वे तोक्यो रवाना हो गये। यह स्टार जोड़ी हालांकि पहुंचने के बाद नियमित अभ्यास सत्र कर रही है और उम्मीद कर सकते हैं कि शरत और मनिका शनिवार की सुबह से पहले अपनी योजनाओं को पुख्ता कर लें।

शरत और जी साथियान को पुरूष एकल स्पर्धा में कठिन ड्रा मिला है। 20वें वरीय शरत को अपने चौथे ओलंपिक में पहली बार शुरूआती दौर में बाइ मिली है और अगर वे दूसरे दौर की बाधा पार कर लेते हैं तो वह मौजूदा चैम्पियन मा लोंग के सामने हो सकते हैं। अगर साथियान अपने पदार्पण ओलंपिक में दूसरे दौर की बाधा पार कर लेते हैं तो वह जापान के तीसरे वरीय हारिमोटो तोमोकाजू के सामने होंगे जिन्हें दो साल पहले एशियाई चैम्पियनशिप की टीम स्पर्धा में हराकर चौंका दिया था। दोनों स्पर्धाओं में संभावनाओं के बारे में बात करते हुए शरत ने कहा कि मिश्रित युगल में उलटफेर की संभावना ज्यादा है। शरत ने कहा, ‘‘पुरूष और मिश्रित युगल दोनों में यह मुश्किल ड्रा है लेकिन मिश्रित युगल में यह हमारे प्रतिद्वंद्वियों का पहला मैच होगा तो हम उन्हें हैरान करने की कोशिश करेंगे।''

शरत ने कहा, ‘‘हमें पता चला है कि चीनी ताइपे की जोड़ी पहला सेट गंवाने के बाद कई बार हार चुकी है। हम पहले सेट में उन पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे, देखते हैं क्या होता है। '' मनिका और पदार्पण कर रही सुर्तिथा मुखर्जी महिला एकल में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। टीम लीडर एम पी सिंह को लगता है कि मनिका के पास राउंड 16 तक पहुंचने का अच्छा मौका है जो बड़ी उपलब्धि होगी। गैर वरीय मनिका के पहले दौर में ब्रिटेन की टिन टिन हो की बाधा पार करने की उम्मीद है और फिर उन्हें दूसरे दौर में 20वीं वरीय मार्गरिटा पेस्तोस्का से भिड़ना है। अगर वह दूसरे दौर का मैच जीत जाती हैं तो 62वीं रैंकिंग की भारतीय का सामना 10वीं वरीय सोफिया पोलकानोवा से होगा। सुर्तिथा शुरूआती दौर में स्वीडन की लिंडा बर्गस्ट्रोएम से भिड़ेंगी।