नई दिल्ली : विश्व चैम्पियनशिप रजत पदक विजेता अमित पंघाल ने बैंकाक में 25 मई से दो जून तक होने वाले आखिरी ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिये भारतीय मुक्केबाजी टीम में वापसी की है। पिछले महीने इटली में ओलंपिक क्वालीफायर में खराब प्रदर्शन के बाद पांच मुक्केबाजों को दूसरे विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के लिए टीम में जगह नहीं मिली है।
भारत के हाई परफॉर्मेंस निदेशक बर्नार्ड डुन्ने को भी पद छोड़ना पड़ा। विश्व चैम्पियनशिप 2023 के कांस्य पदक विजेता दीपक भोरिया (51 किले) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किलो), छह बार के एशियाई चैम्पियनशिप पदक विजेता शिवा थापा (63.5 किलो), मौजूदा राष्ट्रीय चैम्पियन लक्ष्य चाहर (80 किलो) और 2022 राष्ट्रमंडल खेल कांस्य पदक विजेता जे लम्बोरिया (60 किलो) को टीम में जगह नहीं मिली है।
विश्व चैम्पियनशिप 2019 रजत पदक, 2022 राष्ट्रमंडल खेल और 2024 स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक विजेता पंघाल के पास दूसरे ओलंपिक में जगह पक्की करने का यह आखिरी मौका है। राष्ट्रीय चैम्पियन सचिन सिवाच (57 किलो) को भी टीम में जगह मिली है। हिमाचल प्रदेश के अबिनाश जामवाल 63.5 किलो वर्ग में थापा की जगह खेलेंगे जबकि अभिमन्यु लाउरा ने 80 किलो में लक्ष्य की जगह ली है।
अभी तक भारत के किसी भी पुरूष मुक्केबाज ने ओलंपिक कोटा हासिल नहीं किया है। अभी तक निकहत जरीन (50 किलो), प्रीति पंवार (54 किलो) परवीन हुड्डा (57 किलो) और लवलीना बोरगोहेन (75 किलो) ही ओलंपिक कोटा हासिल कर सकी हैं। महिला वर्ग में अंकुशिता बोरो इटली में 66 किलो में कोटा हासिल नहीं कर सकी जो 60 किलो में उतरेंगी।
टीम :
पुरूष : अमित पंघाल (51 किलो), सचिन सिवाच जूनियर (57 किलो), अबिनाश जामवाल (63.5 किलो), निशांत देव (71 किलो), अभिमन्यु लाउरा (80 किलो), संजीत (92 किलो) और नरेंदर बरवाल (प्लस 92 किलो)
महिला : अंकुशिता बोरो (60 किलो), अरूंधति चौधरी (66 किलो)