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साओ पाउलो:  पांच बार की विश्व चैम्पियन ब्राजील के कोच टिटे ने जब अनुभवी डिफेंडर दानी एल्वेस को विश्व कप टीम में शामिल किया तो देश भर से गुस्से और निराशा भरी प्रतिक्रिया देखने को मिली। इसका कारण 39 वर्षीय ‘राइट बैक' एल्वेस का पिछले एक वर्ष में किसी भी क्लब के लिये खेलने में संघर्ष करना रहा। लेकिन ब्राजील के पास टीम में शामिल करने के लिये विकल्पों की कमी थी जिससे कोच को यह फैसला करना पड़ा। विश्व कप में टिटे के पास डिफेंडरों में सबसे संभावित विकल्प होगा कि वे ‘राइट बैक' में डेनिलियो को रखें जो युवेंटस में लगभग ‘सेंट्रल डिफेंडर' ही बन गये थे और ‘लेफ्ट बैक में एलेक्स सांद्रो को खिलायें। न तो डेनिलियो और न ही एलेक्स सांड्रो को अपने खेलने के स्थान पर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में शुमार किया जाता है जैसे ब्राजील के लिये काफू, रोबर्टो कार्लोस, मार्सेलो और 10 साल पहले एल्वेस की ख्याति रही थी। 

एल्वेस और एलेक्स टेलेस के कतर में बेंच पर बैठने की उम्मीद है जिसमें एडर मिलिटाओ ‘राइट बैक' और मिडफील्डर फैबिन्हो ‘लेफ्ट बैक' के तौर पर खेलने की क्षमता रखते हैं। ब्राजील के लिये विश्व कप में ‘राइट बैक' पर जो भी होगा, उसे 38 वर्षीय डिफेंडर थियागो सिल्वा के साथ खेलने में काफी दबाव का भी सामना करना होगा। सिल्वा का प्रदर्शन चेल्सी के लिये निरंतर नहीं रहा और पिछले महीने प्रीमियर लीग मैच में ब्राइटन से मिली 1-4 की हार ने उनके खराब प्रदर्शन को उजागर कर दिया।

ब्राजील की 2002 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य काफू ने पिछले महीने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि हमारे पास इन स्थानों (राइट और लेफ्ट बैक) पर खिलाड़ियों की इतनी कमी क्यों है। लेकिन ऐसा सिर्फ राष्ट्रीय टीम के साथ ही नहीं है बल्कि क्लब में भी हम यही देखते हैं। '' उन्होंने कहा, ‘‘कोच मिडफील्डर को इन स्थान पर ढाल रहे हैं क्योंकि उन्हें नहीं पता कि ‘राइट और लेफ्ट बैक' के साथ कैसे काम करना चाहिए। '' दो दशक में अपने पहले विश्व कप खिताब की कोशिश में जुटी ब्राजील टीम कतर में 24 नवंबर को ग्रुप जी में सर्बिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगी जिसके बाद उसका सामना स्विट्जरलैंड और कैमरून से होगा।