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जालन्धर : क्रिकेट के महानतम तेज गेंदबाजों में से एक ग्लेन मैकग्राथ को क्रिकेट फैंस जुझारू बॉलर के तौर पर भी जानते हैं। ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप के अलावा एशेज में कई बार अपने दम पर लीड करवा चुके मैकग्राथ का जन्म 9 फरवरी 1970 को हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के न्यूज साऊथ वेल्स में जन्मे मैकग्राथ के नाम पर 124 टेस्ट में 563 विकेट दर्ज हैं। इसमें 28 बार चार विकेट तो 29 बार पांच विकेट का हॉल शामिल हैं। जबकि 250 वनडे मैच वह खेलकर 381 विकेट झटक चुके हैं। फस्र्ट क्लास क्रिकेट में तो मैकग्राथ और भी खतरनाक हो जाते हैं। 189 मैच में वह 835 विकेट झटक चुकी हैं। आइए जानें जन्मदिन पर मैकग्राथ से जुड़े 5 किस्से :-

बचपन में बॉलिंग नहीं करने देते थे साथी
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नई साऊथ वेल्स के शहर नरोमाइन में जन्मे मैकग्राथ की क्रिकेट की शुरुआत बेहद खराब थी। जब वह छोटे थे तो उन्हें अपनी उम्र वर्ग के मुकाबलों में बॉलिंग तक नहीं करने दी जाती थी। मैकग्राथ के साथी उसे स्तरहीन बॉलर मानते थे। ऐसे में मैकग्राथ ने घर में प्रैक्टिस शुरू कर दी। उनके पास विकेट भी नहीं होती थी। ऐसे में उन्होंने एक ड्रम रखकर प्रैक्टिस जारी रखी।

लड़कियों को ऑटोग्राफ स्लिप देते थे
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मैकग्राथ जब कुछ बड़े हुए तो सिडनी आ गए। यहां पर भी उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वह बीच के पास बने घरों में रहे। आजीविका चलाने के लिए उन्होंने एक बैंक में नौकरी भी की। एक अखबार को मैकग्राथ के साथियों ने एक किस्सा शेयर करते हुए बताया कि युवा ग्लेन अक्सर खाली पर्चियों पर साइन कर लड़कियों को बांट देते थे। कहते थे- इसे रख लो। मैं एक दिन बहुत प्रसिद्ध होने वाला हूं।

पतली टांगों के कारण पड़ा था पिजन नाम
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मैकग्राथ को क्रिकेट फैंस पिजन के नाम से भी जानते हैं। यह इसलिए क्योंकि उनकी टांगें बहुत पतली हुआ करती थी। मैकग्राथ से जुड़ा किस्सा शेयर करते हुए महान क्रिकेटर स्टीव वॉग ने एक बार बताया था कि मैकग्राथ जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आए थे तो वह दुबले-पतले थे। उनकी टांगें बहुत कमजोर थी। इसी कारण एक दिन प्रैक्टिस दौरान ब्राड मैकनमारा ने उन्हें कहा कि क्या तुम कबूतर की टांगें चुरा लाए हो। इसके बाद मैकग्राथ को पिजन के नाम से भी बुलाया जाने लगा।

प्लेइंग इलेवन से बाहर होने के बाद छाए रहे
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आईपीएल 2008 में जब दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से ग्लेन मैकग्राथ को ड्राप किया गया था, तो यह उस वक्त सबसे बड़ी खबर थी। उनकी जगह टीम ने तेज गेंदबाज डिरक नैनिस को अवसर दिया था। मैच के बाद नैनिस ने कहा था कि मेरे पास अपने पोते-पोतियों को बताने के लिए बहुत कुछ होगा। इसमें एक बात यह भी है कि मैं आईपीएल में महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्राथ को प्लेइंग  इलेवन से बाहर करने का कारण बना।

ब्रैस्ट कैसर प्रति लोगों को करते हैं अवेयर
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1995 में मैकग्राथ पहली बार जेन को मिले थे। बाद में उन्होंने जेन से शादी की। जेन ब्रैस्ट कैंसर की वजह से 2008 में मैकग्राथ का साथ छोड़ गई। इसके बाद मैकग्राथ ने लोगों को ब्रैस्ट कैंसर के प्रति अवेयर करने के लिए फाऊंडेशन बनाया। इसके तहत वह हर साल जनवरी महीने में पिंक टेस्ट भी करवाते हैं। इससे इक_ा सारा पैसा वह