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स्पोर्ट्स डेस्क : जहां क्रिकेट विशेषज्ञ भारत की बेहद प्रतिभाशाली तेज गेंदबाजी के बारे में बात करते रहते हैं, वहीं स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अभी भी बहुप्रसिद्ध गेंदबाजी आक्रमण में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उन्होंने 400 से अधिक टेस्ट विकेटों लिए हैं और कई बार अहम पारियां खेली हैं। आंकड़ों के मुताबिक अश्विन टेस्ट क्रिकेट के 143 साल के इतिहास में 200 बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट करने वाले पहले गेंदबाज हैं। पूर्व ब्रिटिश (इंग्लैंड) स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना ​​है कि जब अश्विन 18 जून से साउथेम्प्टन में शुरू हो रहे पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेंगे तो भारत के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। 

कीवी बल्लेबाजी लाइन-अप बाएं हाथ के बल्लेबाजों से भरा हुआ है और ऑफ स्पिनर के लिए ये अच्छा मौका होगा कि वह अपने रिकाॅर्ड (सबसे अधिक बाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट करना) को और मजूबत करें। पनेसर ने कहा, मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड काफी अच्छी टीम है और कॉनवे का इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन रहा था। उनके पास कुछ बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं इसलिए मुझे यकीन है कि अश्विन शायद पहली पसंद के स्पिनर होंगे। 

उन्होंने कहा, न्यूजीलैंड एक बेहतर टीम दिखती है, जितना मुझे लगता है कि इंग्लैंड में बहुत से लोगों ने सोचा था और वे दुनिया की नंबर एक टीम की तरह खेल रहे हैं। मुझे लगता है कि यह दोनों पक्षों के बीच एक शानदार टेस्ट मैच होने जा रहा है और यह भारत के लिए आसान नहीं होगा। पूर्व स्पिनर ने कहा, लेकिन आसपास के मौसम और न्यूजीलैंड टीम में इतने सारे बाएं हाथ के बल्लेबाजों के साथ अश्विन इस फाइनल में मैच विजेता हो सकते हैं। विचार अश्विन का होने वाला है, मुझे लगता है कि टिम साउथी अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं और वह न्यूजीलैंड के विचार में हो सकता है। 

पनेसर के मुताबिक हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ एक ऐसे विकेट पर जहां दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, वहां अश्विन ने जोरदार शतक लगाया। उनके मुताबिक अश्विन न्यूजीलैंड को मुश्किल में डाल सकते हैं और अगर वह कुछ महीने पहले जैसा प्रदर्शन करने में सक्षम नहीं होते तो भारतीय तेज गेंदबाज दबाव में आ सकते हैं। पनेसर ने कहा, अगर अश्विन बाएं हाथ के बल्लेबाजों को सस्ते में आउट करते हैं तो मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड मुश्किल में होगा, अगर अश्विन ऐसा नहीं कर पाते हैं तो यह तेज गेंदबाजों पर अधिक से अधिक दबाव डालेगा। अगर वह अपने देश जैसा प्रदर्शन करता है तो भारत मजबूत स्थिति में होगा। 

उन्होंने कहा, हमारे यहां हीटवेव है और मौसम शानदार है, मुझे लगता है कि विकेट पलट जाएगा और भारत 2 स्पिनरों के साथ जा सकता है। साथ ही विराट कोहली रवींद्र जडेजा को टीम में लाना चाहते हैं। पनेसर ने कहा, मैं मैच को पांचवें दिन तक जाते हुए देखना चाहता हूं, मुझे लगता है कि यह टेस्ट क्रिकेट और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए अच्छा होगा। मुझे लगता है कि यह (फाइनल में तीन मैच) विकल्प हो सकता है क्योंकि दो सर्वश्रेष्ठ टीमें एक-दूसरे के खिलाफ खेल रही हैं, इसका भारत और पाकिस्तान या इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट श्रृंखला के समान प्रभाव पड़ता है। 

उन्होंने कहा, यह इस तरह की अगली सीरीज हो सकती है, जिसका टीमों को इंतजार होगा क्योंकि आपको यहां घरेलू फायदा नहीं है। यह पूछे जाने पर कि अगर 2010 से पहले टूर्नामेंट की शुरुआत हुई तो डब्ल्यूटीसी फाइनल कौन खेलता, पनेसर ने आत्मविश्वास से जवाब दिया, शायद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड।