स्पोर्ट्स डेस्क : भारतीय स्पिन दिग्गज रविचंद्रन अश्विन पर तमिलनाडु प्रीमियर लीग में गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार मदुरै पैंथर्स ने हाल ही में TNPL को एक लिखित शिकायत दी थी जिसमें अश्विन और मौजूदा खिताब धारक डिंडीगुल ड्रैगन्स पर शनिवार 14 जून को गेंद से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया था।
TNPL के सीईओ प्रसन्ना कन्नन ने पैंथर्स से इस प्रतिष्ठित ऑफ स्पिनर के खिलाफ अपने आरोप का समर्थन करने के लिए सबूत मांगे हैं, जिन्होंने दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और उनके नाम 700 से अधिक अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि अगर मदुरै फ्रेंचाइजी सबूत पेश करने में विफल रहती है, तो अश्विन के खिलाफ इस तरह का आरोप लगाने के लिए दंड का सामना करना पड़ेगा।
प्रसन्ना ने कहा, 'उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई है, जिसे हमने स्वीकार कर लिया है। हालांकि उन्हें खेल के 24 घंटे के भीतर कोई भी शिकायत दर्ज करानी होती है, फिर भी हमने इसे स्वीकार कर लिया है और उनसे अपने आरोपों का सबूत पेश करने को कहा है।' उन्होंने कहा, 'अगर हमें लगता है कि उनके आरोपों में कोई सच्चाई है, तो हम एक स्वतंत्र समिति का गठन करेंगे। पर्याप्त सबूतों के बिना, किसी खिलाड़ी और दूसरी फ्रेंचाइजी के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाना गलत है। अगर वे कोई सबूत नहीं देते हैं, तो मदुरै को उचित दंड का सामना करना पड़ेगा।'
पैंथर्स ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अश्विन और उनके ड्रैगन्स टीम के साथियों ने गेंद को पोंछने के लिए रसायन वाले तौलिये का इस्तेमाल किया जिसके परिणामस्वरूप गेंद भारी हो गई और बल्ले से संपर्क करने पर धातु जैसी आवाज आई। मदुरै फ्रेंचाइजी के सीओओ एस महेश ने TNPL को अपनी शिकायत में लिखा, 'डिंडीगुल ड्रैगन्स के खिलाफ हमारे हालिया मैच के दौरान गेंद से छेड़छाड़ का एक गंभीर मामला सामने आया। बार-बार चेतावनी के बावजूद डिंडीगुल की टीम ने गेंद से छेड़छाड़ की, ऐसे तौलिये का इस्तेमाल किया जो रसायनों से उपचारित लग रहे थे।'