लंदन : नसीम शाह, सइम अयूब और शादाब खान जैसे पाकिस्तान के शीर्ष क्रिकेटरों को द हंड्रेड लीग के ड्राफ्ट में कोई खरीदार नहीं मिला जबकि पाकिस्तान के 50 क्रिकेटरों ने नाम दिए थे। पाकिस्तान के 45 पुरूष और 5 महिला क्रिकेटरों के नाम ड्राफ्ट में थे। नसीम और शादाब शीर्ष वर्ग में थे जिसमें कीमत 120000 पाउंड थी जबकि अयूब 78500 पाउंड वाले वर्ग में था। महिला क्रिकेटरों में आलिया रियाज, फातिमा सना, युसरा आमिर, इरम जावेद और जावेरिया रऊफ जैसी खिलाड़ियों के नाम थे जिन्हें कोई खरीदार नहीं मिले।
इंडियन प्रीमियर लीग के मालिकों द्वारा द हंड्रेड की टीमों में हिस्सा खरीदना इसकी एक वजह हो सकती है। इस समय चार आईपीएल टीमों मुंबई इंडियंस (ओवल इंविंसिबल्स), लखनऊ सुपर जाइंट्स (मैनचेस्टर ओरिजिनल्स), सनराइजर्स हैदराबाद (नार्दर्न सुपरचार्जर्स) और दिल्ली कैपिटल्स (सदर्न ब्रेव) की द हंड्रेड टीमों में हिस्सेदारी है। इनके अलावा भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी संजय गोविल ने वेल्श फायर में 50 प्रतिशत हिस्सा ले रखा है। इसके अलावा पाकिस्तानी क्रिकेटरों का सीमित ओवरों के प्रारूप में खराब फॉर्म भी उनके नहीं खरीदे जाने की वजह है।
द हंड्रेड की खासियत
द हंड्रेड पारंपरिक ट्वंटी20 क्रिकेट से अलग है क्योंकि इसमें प्रत्येक पारी में 100 गेंदें होती हैं, न कि 120। यह मैच को लगभग ढाई घंटे में समाप्त करने के लिए डिजाइन किया गया है। द हंड्रेड में पुरुषों और महिलाओं की टीमें एक ही दिन, एक ही स्थान पर बैक-टू-बैक डबल-हेडर मैच खेलती हैं। एक टिकट से दर्शक दोनों मैच देख सकते हैं। हालांकि पुरुष खिलाड़ियों की सैलरी महिलाओं की तुलना में चार गुना अधिक है, लेकिन टूर्नामेंट की पुरस्कार राशि पुरुषों और महिलाओं की प्रतियोगिताओं के लिए बराबर है। यह क्रिकेट में समानता को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।