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नई दिल्ली : लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे युवराज सिंह ने आखिरकार क्रिकेट से संन्यास के बारे में अपनी चुप्पी तोड़ ही दी है। युवराज को इंटरनैशनल क्रिकेट में वापसी करने के लिए पहले फिटनेस संबंधी समस्याएं पेश आ रही थीं। जब उन्होंने फिटनेस के मानक यो यो टैस्ट को पास किया तो बीसीसीआई ने इस टैस्ट को और सख्त कर दिया। इसके अलावा घरेलू मैचों में युवराज का प्रदर्शन स्तरीय न रहने के कारण चर्चाएं उठने लगी कि वह जल्द संन्यास की घोषणा कर सकते हैं। ऐसे में क्रिकेट फैंस भी युवराज की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे थे। अब युवराज ने कहा कि वह सिर्फ एक शर्त पर संन्यास लेंगे जब उन्हें लगेगा कि वह आगे क्रिकेट नहीं खेल सकते तो वह संन्यास ले लेंगे। लेकिन जब तक खेलते रहेंगे अपना 100 प्रतिशत देंगे।

युवराज ने कहा कि मैंने कभी क्रिकेट इसलिए नहीं खेली थी कि मैं इंटरनैशनल स्तर पर नाम कमाना चाहता था। मैंने क्रिकेट खेली क्योंकि मैं इस खेल को पसंद करता था। हालांकि बीता समय टीम इंडिया से बाहर रहने और यो यो टैस्ट को लेकर कुछ कठिन जरूर गुजरा लेकिन मैंने टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। मैं अब भी पूरे तन मन से वापसी की कोशिश कर रहा हूं। रहा सवाल फिटनेस का तो कोशिश जारी है कि इसे बरकरार रखूं। मेरी योजना अगले दो-साल साल तक आईपीएल में भी बने रहने की है। मैं इसलिए अभी संन्यास नहीं लेना चाहता क्योंकि मैं चाहता हूं कि मुझे बाद में इस बात का पछतावा न रहे कि मैंने जब क्रिकेट छोड़ी तब मेरा समय अच्छा नहीं था।

युवराज बोले- मैंने पूरी जिंदगी क्रिकेट का लुत्फ उठाया है और आगे भी उठाता रहूंगा। मैंने जिंदगी में कई बुरे दौर देखे। एक दौर कैंसर ने भी दिखाया। इन तमाम दिक्कतों के बाद भी मैंने वापसी की थी वो सब इसलिए संभव हो पाया क्योंकि मैं क्रिकेट से प्यार करता था। इसलिए तो अगर मैं संन्यास लेता भी हूं तो भी क्रिकेट से दूर नहीं जाऊंगा। हां, इस दौरान कैंसर पीड़ित लोगों के उत्थान के लिए कदम जरूर उठाऊंगा। क्योंकि मैंने कैंसर से होने वाली पीड़ा सही है। इसलिए चाहता हूं कि बाकी लोगों को इस दर्द से उबारने में कोशिश करूं। मेरी कोशिश रहेगी कि मैं जब भी संन्यास लूंगा तो लोग मुझे सिर्फ उस सख्श के तौर पर जानें जिसने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी।

बता दें कि युवराज ने जून 2017 में वैस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ में अपना आखिरी वनडे खेला था। आईपीएल के 11वें सीजन में भी उनकी एंट्री फिकी रही। उन्हें महज दो करोड़ के बेस प्राइस पर किंग्स इलेवन पंजाब ने अपनी टीम में शामिल किया।