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नई दिल्ली : राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के कारण मौजूद सत्र काफी व्यस्त है और ऐसे में भारत के मुख्य बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने इस साल खिलाडिय़ों की फिटनेस को अहम बताते हुए कहा कि फिजियो और कोचों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होगी। इंडिया ओपन 2018 की लांच प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए गोपीचंद ने कहा, ‘‘यह व्यस्त कार्यक्रम के बारे में बात करने का सही मंच नहीं है। कोचों का काम काफी मुश्किल हो गया है क्योंकि खिलाडिय़ों को फिट रखना है। शीर्ष खिलाडिय़ों से काफी उम्मीदें हैं और उनके लिए यह चुनौती है। आपको नई चुनौतियों से अच्छी तरह सामंजस्य बैठाना होगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि (किदांबी) श्रीकांत ने कहा काफी बड़े टूर्नामेंट होने वाले हैं और फिट रहना महत्वपूर्ण है और ऐसे में कोच और फीजियो की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है जो फैसला करता है कि आपको क्या खाना है, कैसी ट्रेङ्क्षनग करनी है।’’ 

बड़ी प्रतियोगिताएं होनी हैं, सारा ध्यान फिटनेस पर : श्रीकांत
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भारत के शीर्ष खिलाडिय़ों दुनिया के नंबर तीन किदांबी श्रीकांत, नंबर तीन पीवी सिंधू और नंबर 12 साइना नेहवाल ने भी कोच के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि मौजूदा सत्र में फिटनेस का स्तर बरकार रखना चुनौती होगी। पिछले कुछ समय से चोटों से परेशान श्रीकांत ने कहा, ‘‘मैं नवंबर में चोटिल हो गया था जिसके कारण मुझे चीन ओपन से हटना पडऩा जिससे कि सुपर सीरीज फाइनल्स के लिए समय पर उबर सकूं। सुपर सीरीज के बाद पीबीएल के दौरान भी मैं चोटिल हो गया और इंडोनेशिया मास्टर्स में नहीं खेल पाया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब आल इंग्लैंड, राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल जैसे बड़ी प्रतियोगिताएं होनी हैं और ऐसे में फिट रहना महत्वपूर्ण है।’’ 

हम 5 से 6 सत्र में कड़ी ट्रेङ्क्षनग ले रहे हैं : साइना
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इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में पहुंची साइना से जब इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ फिट रहने के बारे में सोच रही हूं। फिट रहना और कड़ी ट्रेङ्क्षनग करना सबसे महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं गोपी सर की आभारी हूं कि पीबीएल के बाद पांच से छह सत्र में हमने कड़ी ट्रेङ्क्षनग की। जो संभव था हमने ट्रेङ्क्षनग के दौरान वह किया जिसका फायदा मिला और मुझे इसकी खुशी है। अभी इतने सारे टूर्नामेंट होने हैं और सिर्फ एक नतीजे से संतोष नहीं किया जा सकता।’’ यह पूछने पर कि क्या व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए उन्होंने मौजूदा सत्र में किसी विशेष टूर्नामेंट में खेलने की रणनीति बनाई है, साइना ने कहा, ‘‘मैंने किसी निश्चित टूर्नामेंट में खेलने के बारे में नहीं सोचा है और प्रत्येक टूर्नामेंट को लेकर उत्सुक हूं और बस फिट रहना चाहता हूं।’’ खेलो इंडिया स्कूल खेलों के बारे में पूछने गोपीचंद ने कहा, ‘‘यह काफी अच्छी परियोजना है। यह अच्छा है कि देश में खेलों पर ध्यान दिया जा रहा है।’’ 

चीनी खिलाडिय़ों का तोड़ ढूंढेंगे
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ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलिन मारिन मौजूद सत्र में लगातार तीन बड़े टूर्नामेंट खेल चुकी है और उन्होंने कहा कि वह लगातार खेलने को लेकर सहज हैं और उनका लक्ष्य ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप है। मारिन ने कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त साल है। मैं लगातार तीन टूर्नामेंट में खेली और ऐसा शायद इसलिए हो सकता है कि मैं बाकी टूर्नामेंट को लेकर उतनी सहज नहीं हूं। मैं लगातार खेलने को लेकर सहज हूं और मेरा ध्यान पूरी तरह से आल इंग्लैंड चैंपियनशिप पर है।’’ साइना और सिंधू दोनों को पिछले कुछ समय में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी ताइ जू ङ्क्षयग के खिलाफ निराशाजनक नतीजों का सामना करना पड़ा है लेकिन इन दोनों ने ही कहा कि वे जल्द ही चीनी ताइपे की इस खिलाड़ी का तोड़ ढूंढ लेंगे। 

ताइ जू अच्छी फॉर्म में चल रही 
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साइना को इंडोनेशिया मास्टर्स के फाइनल में ताइ जू के खिलाफ ही 9-21, 13-21 से हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।  साइना ने कहा, ‘‘वह काफी अच्छी फार्म में है और फिलहाल दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है। हम सभी उसे हराना चाहते हैं और निश्चित तौर पर ऐसा करने का तरीका ढूंढ लेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘शीर्ष 10-15 खिलाडिय़ों में अधिक अंतर नहीं है। बस वह अभी शानदार बैडमिंटन खेल रही है। लेकिन इंडोनेशिया ओपन के पहले दौर में मिशेल ली ने उसे लगभग हरा ही दिया था।’’ सिंधू ने कहा, ‘‘मैंने उसे पीबीएल में हराया था लेकिन यह अधिक मायने नहीं रखता। वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है और उसके प्रदर्शन में निरंतरता है। ऐसा नहीं है कि हम उसे हरा नहीं सकते, बस वह अभी काफी अच्छा खेल रही है। उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और मैच के दिन अच्छा प्रदर्शन करने वाला जीत दर्ज करता है।’’ 

नारंग ने कहा, इंडिया ओपन में शीर्ष खिलाडिय़ों की कमी नहीं 
नई दिल्ली : इंडिया ओपन 2018 के लिए कई शीर्ष खिलाडिय़ों के नहीं पहुंचने के बावजूद भारतीय बैडमिंटन संघ के महासचिव अनूप नारंग ने कहा कि इस प्रतियोगिता में अब भी कई स्टार खिलाड़ी खेल रहे हैं लेकिन साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल अधिक बड़े खिलाड़ी इस टूर्नामेंट का हिस्सा होंगे। पुरुष एकल में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई, चीन के चौथे नंबर के चेन लोंग, कोरिया के पांचवें नंबर के सोन वान हो और चीन के छठे नंबर के लिन डैन जैसे दिग्गज खिलाड़ी इस सुपर सीरीज प्रतियोगिता के लिए नहीं पहुंचे हैं। दुनिया के नंबर एक पुरुष खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन ने भी अंतिम समय में टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया है। इसके अलावा महिला एकल में दुनिया की नंबर एक चीनी ताइपे की ताइ जू ङ्क्षयग, जापान की दूसरे नंबर की अकाने यामागुची, छठे नंबर की कोरिया की सुंग जी ह्युन, विश्व चैंपियन जापान की नोजोमी ओकुहारा और चीन की आठवें नंबर की चेन यूफेई जैसी खिलाड़ी नजर नहीं आएंगी।