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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में युवराज सिंह का योगदान काफी अहम है। 35 वर्षीय युवराज सिंह टी-20 और वनडे क्रिकेट के सर्वश्रेष्‍ठ खब्‍बू भारतीय बल्‍लेबाज कहे जाते हैं और उन्होंने कई यादगार पारियां खेली हैं। लेकिन टी-20 वर्ल्‍डकप 2007 में एक ओवर में छह छक्‍के जमाने का असंभव सा रिकॉर्ड युवराज के नाम पर है और उस दिन खेली गई पारी फैन्स भूल नहीं सकते।

ब्रॉड की हुई धुनाई
मैच में युवराज ने इंगलैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाए थे और 19वें ओवर में कुल 36 रन बटोरे थे। इस मैच में उन्होंने टी-20 इंटरनैशनल में 12 गेंदों पर हाफ सेंचुरी भी लगाई थी जो टी-20 इंटरनैशनल का रिकॉर्ड है। यह टी-20 इंटरनैशनल में पहला और क्रिकेट में चौथा मौका था जब किसी बल्लेबाज ने एक ओवर की छह गेंदों पर लगातार छह छक्के लगाए हों।


महान हरफनमौला कपिल देव के बाद युवराज चंडीगढ़ शहर के टीम इंडिया के दूसरे सबसे बड़े खिलाड़ी  माने जाते हैं। 'सिक्‍सर किंग' युवी के कई छक्‍के तो इतने लंबे होते हैं कि गेंद स्‍टेडियम को पार कर बाहर 'सफर' के लिए निकल जाती है। वर्ष 2011 में टीम इंडिया को टी-20 वर्ल्‍डकप दिलाने में युवराज ने गेंद और बल्‍ले दोनों से जोरदार प्रदर्शन किया था और 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' बने थे। इसमें भी अहम बात यह थी कि वर्ल्‍डकप में यह प्रदर्शन उन्‍होंने खून की उल्टियां करते और बुरी तरह खांसते हुए किया था।