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मुंबई : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोडर् (बीसीसीआई) महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) को अगले साल दिवाली के आसपास आयोजित करने पर विचार कर रहा है। डब्ल्यूपीएल का आयोजन त्योहारों के समय करने से यह टूर्नामेंट भारतीय पुरुष टीम के अंतरराष्ट्रीय मैचों से टकरा सकता है, लेकिन बीसीसीआई का मुख्य लक्ष्य डब्ल्यूपीएल और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बीच फासला रखना है। 

इस साल 26 मार्च को डब्ल्यूपीएल समाप्त होने के महज पांच दिन बाद 31 मार्च को आईपीएल की शुरुआत हो गयी थी। क्रिकबज़ की एक रिपोटर् के अनुसार, बीसीसीआई आईपीएल की तरह डब्ल्यूपीएल में भी‘होम एंड अवे'प्रारूप की शुरुआत करेगा जिसके अनुसार टीमें अपने आधे लीग मैच घरेलू मैदान पर और बाकी लीग मैच विपक्षी टीम के शहर में खेलेंगी। 

एक रिपोर्ट में जय शाह के हवाले से शुक्रवार को कहा, 'हम डब्ल्यूपीएल को होम एंड अवे प्रारूप में दिवाली के आसपास आयोजित करने की संभावना पर विचार कर रहे हैं। साल में दो (डब्ल्यूपीएल) सीजन नहीं होंगे, सिफर् एक ही सीजन अलग समय पर होगा।' शाह ने कहा, 'महिला क्रिकेट के पास अब एक समर्पित दर्शक आधार है। यह संख्या भविष्य में बढ़ती रहेगी क्योंकि हम अगले डब्ल्यूपीएल में ज्यादा से ज्यादा उत्साहजनक दर्शकों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।' 

शाह ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बाकर्) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि डब्ल्यूपीएल का पहला संस्करण पांच करोड़ से ज्यादा दर्शकों तक पहुंचने में सफल रहा था। उन्होंने बताया कि मुंबई इंडियन्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मुकाबला सबसे ज्यादा लोगों ने देखा था, जबकि गुजरात जायंट्स और आरसीबी के बीच मुकाबला इस सूची में दूसरे स्थान पर रहा था। 

उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूपीएल ने श्रेयंका पाटिल और कनिका आहूजा (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) जैसे घरेलू खिलाड़ियों को आगे बढ़ते देखा है। जिंतिमनी कलिता और सायका इशाक (मुंबई इंडियंस) ने भी लगातार प्रदर्शन से दर्शकों का ध्यान अपनी और खींचा है। शाह ने कहा, 'डब्ल्यूपीएल 2023 इस बात का साक्षी है कि बीसीसीआई भारत में महिला क्रिकेट के विकास की सहायता से अपनी तरह के पहले टूर्नामेंट को आयोजित करने की क्षमता रखता है।'