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नई दिल्लीः किसी भी खेल में एक समय के बाद कौशल को सकारात्मक सोच के साथ जोडऩे की जरूरत होती है और करीबी दोस्त विष्णु वर्धन एवं एन श्रीराम बालाजी ने इसी राह पर चलते हुए विम्बलडन चैंपियनशिप के मुख्य ड्रॉ में जगह बनायी। दोनों पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम में खेलेंगे।          

वर्धन और बालाजी ने कल क्वालीफाइंग के अंतिम राउंड में यूक्रेन के डेनिस मोलचानोव और स्लोवाकिया के इगोर जेलेने की शीर्ष वरीय जोड़ी को 6-3, 6-4 से हराया। पिछले 14 महीने में भारतीय जोड़ी ने एटीपी चैलेंजर र्सिकट में सात बार फाइनल में जगह बनाई है और उनमें से पांच जीते लेकिन कुछ एटीपी 250 प्रतियोगिताओं में दमदार प्रदर्शन करने में संघर्ष किया। उन्हें के लिए अपने खेल को अगले स्तर पर पहुंचना जरूरी था और ऐसा लगता है कि उन्होंने अब इस हफ्ते अपने प्रदर्शन के साथ वैसा कर दिखाया।          

वर्धन ने कहा, ‘‘पिछले साल के बाद से सब कुछ शानदार रहा है जब मैंने और बालाजी दोनों ने फैसला किया हम युगल पर ज्यादा ध्यान देंगे और उसके बाद हम कुछ चैलेंजर जीतने में सफल रहे। हम विम्बलडन के लिए क्वालीफाई करने पर ध्यान दे रहे थे और अपनी तरफ से जो तैयारी कर सकते थे, हमने किया।’’ वहीं बालाजी ने कहा, ‘‘अगर आप अच्छा खेलते हैं तब भी आपको उसे अगले स्तर पर ले जाना होगा। मैं हमेशा विष्णु, प्रजनेश (गुणेश्वरन) और विजय (प्रशांत) के साथ सफर करता हूं। इन लोगों ने मानिसक रूप से बेहतर होने में मेरी मदद की। और अब मैं कोर्ट पर कहीं ज्यादा बेहतर महसूस कर रहा हूं।’’