किंग्स्टन : वेस्टइंडीज के महान विकेटकीपर-बल्लेबाज जेफरी डुजॉन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भेजी गई अनुभवहीन टेस्ट टीम पर जोरदार कटाक्ष किया है। उनका कहना है कि मौजूदा वेस्टइंडीज टीम को ऑस्ट्रेलिया भेजना- मेमनों को वध के लिए भेजने के समान है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए विंडीज के पास केवल कप्तान क्रैग ब्रैथवेट, केमार रोच, अल्ज़ारी जोसेफ, जोशुआ दा सिल्वा और टैगेनारिन चंद्रपॉल जैसे ही नाम है। जेसन होल्डर और काइल मेयर्स फ्रेंचाइजी टी20 लीग खेल रहे हैं जबकि जेडन सील्स कंधे की चोट से परेशान हैं। टेस्ट टीम में 15 खिलाड़ियों में से 7 अनकैप्ड हैं। ये प्लेयर हैं - बल्लेबाज जाचरी मैकास्की, विकेटकीपर टेविन इमलाच, ऑलराउंडर जस्टिन ग्रीव्स, केवम हॉज, केविन सिंक्लेयर, तेज गेंदबाज अकीम जॉर्डन और शमर जोसेफ।
डुजॉन ने जमैका में कहा कि यह थोड़ी शर्मिंदगी की बात है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया हमारे जैसी स्थिति से पीड़ित नहीं है। हो सकता है कि उनके खिलाड़ी अधिक देशभक्त हों, लेकिन यह मेमनों को वध के लिए भेजने जैसा है। बेहतर होता अगर हमने इस तरह की एक युवा टीम को एक कमजोर देश से खेलने के लिए भेजा होता, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इतनी अनुभवी, स्थापित और शक्तिशाली टीम के खिलाफ 7 नवोदित खिलाड़ियों वाली टीम भेजने से कोई खास फायदा होगा।
बता दें कि वेस्टइंडीज का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट 17 जनवरी को एडिलेड में शुरू होगा। उसके बाद 25 जनवरी से गाबा में दूसरा टेस्ट शुरू होगा। आखिरी बार वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया में 1992/93 में टेस्ट सीरीज जीती। बहरहाल, टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर बोलते हुए डुजॉन ने कहा कि जब तक आपके सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी नहीं खेलेंगे तब तक क्रिकेट में सुधार नहीं हो सकता। हालांकि, यह ऐसी स्थिति नहीं है जिसे आसानी से हल किया जा सके। स्टीव वॉ सही थे। यह टेस्ट क्रिकेट के विनाश का संकेत दे रहा है क्योंकि बोर्ड के पास खिलाड़ियों पर पर्याप्त नियंत्रण नहीं है और वे (खिलाड़ी) यह तय कर सकते हैं कि उन्हें कब और कहां खेलना है।