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कोलंबो : भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा को देखते हुए लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल प्रत्येक अवसर का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं ताकि वह टी20 विश्व कप से पहले टीम में अपना स्थान पक्का कर सकें। श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की वर्तमान श्रृंखला के दौरान अच्छा प्रदर्शन करके चहल बीच में स्थगित कर दिये गये इंडियन प्रीमियर लीग में खराब प्रदर्शन से उबर गए हैं। 

चहल ने भारत की पहले टी20 में श्रीलंका पर 38 रन से जीत के बाद कहा कि निश्चित तौर पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हैं। यदि आपके पास लगभग 30 खिलाड़ियों का समूह है तो निश्चित तौर पर सभी अच्छे खिलाड़ी है। सभी स्पिनर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। एक स्पिनर के तौर पर आप जानते हैं कि कम से कम दो स्पिनर तैयार हैं जिन्होंने यहां और आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया। मैं यही कर सकता हूं कि प्रत्येक मौके पर अच्छा प्रदर्शन करूं। 

उन्होंने कहा कि यदि आप अच्छा प्रदर्शन करते हो तो आपको खेलने का मौका मिलेगा और यदि नहीं करते हो तो फिर चाहें मैं हूं या कोई और आपको बाहर बैठना पड़ेगा। इसलिए जब भी गेंद मेरे हाथ में होती है, तो मैं दूसरों के बारे में नहीं सोचता तथा केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करता हूं। टी20 विश्व कप अक्टूबर-नवंबर में यूएई में खेला जाएगा। चहल ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 में चार ओवर में 19 रन देकर एक विकेट लिया। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान की अपनी दिनचर्या के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि जब मैं खेल नहीं रहा था तो मैंने अपने गेंदबाजी कोच के साथ काफी कड़ी मेहनत की। मैं यह जानना चाहता था कि मैंने कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं किया। इसलिए मैंने लॉकडाउन के दौरान इन चीजों पर काम किया। मैंने एक विकेट को लक्ष्य बनाकर गेंदबाजी की। अपने दोस्तों के साथ अभ्यास किया कि मुझे कहां गेंद करनी चाहिए। इस तरह की गेंदबाजी मेरा मजबूत पक्ष रहा है। मैंने इस दौरे पर आने से पहले स्वयं से कहा कि मैं अच्छा प्रदर्शन कर सकता हूं।

चहल ने कहा कि वह जितने आत्मविश्वास से भरे रहते हैं उतना ही अच्छा प्रदर्शन करते हैं। लॉकडाउन के दौरान मैंने अपनी गेंदबाजी की समीक्षा की लेकिन मैं बहुत अधिक बदलाव नहीं करना चाहता था। मैंने भरत अरुण सर से बात की और यहां पारस महाम्ब्रे सर और राहुल द्रविड़ सर के साथ बैठकर अपनी गेंदबाजी पर बात की। मैंने अपने वीडियो भी देखे। चहल ने कहा कि इस बीच उन्होंने पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर जयंत यादव से भी बात की। 

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में हम कोविड के कारण मैदान पर नहीं जा सकते थे लेकिन मुझे अपने गृहनगर में मैदान पर जाने के तीन मौके मिले और मैंने तब जयंत यादव के साथ अभ्यास किया जिनके साथ मैं बचपन से खेल रहा हूं। मैंने उन्हें गेंदबाजी की और इस पर चर्चा भी की। मुख्य बात यह है कि मैं जितना आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी करता हूं उतना अच्छा प्रदर्शन करता हूं।