नई दिल्ली : एडिलेड टेस्ट की जीत में जितनी भूमिका भारत की बल्लेबाजी या गेंदबाजी की रही, ठीक उतनी ही भूमिका कप्तान विराट कोहली की किस्मत की भी रही। दरअसल विराट कोहली ने अब तक अपनी कप्तानी में 20 टेस्ट में टॉस जीती है। इसमें से एक बार भी उन्हें हार नहीं मिली। कोहली का रिकॉर्ड इतना अच्छा है कि जो 3 मैच भारत जीत नहीं सका वह हारने की बजाय ड्रा हो गए। इसे कोहली की अच्छी किस्मत ही कहेंगे कि वह 20 टेस्ट में टॉस जीतने के बाद 17 टेस्ट आसानी से जीत गए।
पिछले 8 टेस्ट में टॉस जीतकर 7 मैच जीते हैं कोहली ने
टॉस जीतना कोहली के लिए कितना फायदेमंद रहता है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 8 टेस्ट मैचों में टॉस जीतने पर उन्हें हार का स्वाद नहीं चखना पड़ा। इन 8 टेस्ट में से 7 इंडिया टीम ने जीते हैं जबकि एक ड्रा बांगलादेश के खिलाफ 2015 में खेला गया था। बता दें कि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के महान कप्तान डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम पर 10 टेस्ट में टॉस जीतकर 9 मैच जीतने का ओवरऑल रिकॉर्ड था। जबकि कोहली विदेशों में टॉस जीतकर सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड बना चुके हैं।
धोनी और द्रविड़ को भी छोड़ गए पीछे
भारतीय कप्तान ने विदेशों में टेस्ट जीतने के मामले में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ दिया है। धोनी और द्रविड़ ने अब तक इंगलैंड और साऊथ अफ्रीका में तो टेस्ट जीते थे लेकिन कभी ऑस्ट्रेलिया में नहीं जीत पाए थे। लेकिन विराट कोहली ऐसे पहले भारतीय कप्तान बन गए हैं जिन्होंने इंगलैंड और साऊथ अफ्रीका के अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी टेस्ट जीता है।