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स्पोर्ट्स डेस्क : आईसीसी ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बलिदान बैज का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी है। आईसीसी का कहना है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है। अब इस बारे में भारतीय टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि मुझे नहीं पता कि इसे लेकर क्या हो रहा है। मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है। शायद आपको कल पता चले। 

रोहित ने आस्ट्रेलिया से होने वाले मैच से पहले प्रेस वार्ता में कहा, आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में धोनी के दस्तानों पर सेना का चिन्ह बना था, जिसे पर आईसीसी ने आपत्ति जताई थी और बीसीसीआई से इसे धोनी के दस्तानों से हटाने को कहा था। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने आईसीसी से यह चिन्ह बनाए रखने की मंजूरी मांगी थी, जिसे आईसीसी ने नकार दिया। अब बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी इसी मुद्दे पर आईसीसी से बात करने के लिए लंदन रवाना हो रहे हैं। 

अपनी 122 रनों की नाबाद पारी पर बड़ा खुलासा

अपनी पारी के बारे में बात करते हुए रोहित ने कहा, 'मेरी साउथैम्पटन में खेली गई 122 रनों की नाबाद पारी विशेष थी। मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी। बल्लेबाजी के लिए वह पिच आसान नहीं थी। मुझे धैर्य के साथ खेलना पड़ा था। मैं जिस तरह की बल्लेबाजी करता हूं वो उस तरह की पारी नहीं थी।'

रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोचता

रोहित ने कहा, “मैं निजी तौर पर किसी पुराने रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोचता हूं। मुझे अपनी टीम के लिए काम करना होता है। यही बात मायने रखती है। सलामी बल्लेबाजी शुरुआत में मेरे लिए आसान नहीं थी, लेकिन वो सफर जारी है। मैं अपने देश के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच जीतना चाहता हूं।”

राहुल की पारी के कारण ही बड़ी साझेदारी कर पाया 

रोहित ने नंबर-4 के लिए लोकेश राहुल का समर्थन करते हुए कहा कि राहुल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नंबर-4 पर आकर अच्छी बल्लेबाजी करते हुए अहम साझेदारी निभाई थी। उन्होंने कहा, 'राहुल ने पिछले मैच में ज्यादा रन नहीं किए लेकिन वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे जिससे मुझे फायदा हुआ। उनके 26 रनों के दम पर मैं बड़ी साझेदारी करने में सफल रहा। मुझे इस टूनार्मेंट में उनसे काफी उम्मीदें हैं।'