खेल डैस्क : उत्तर प्रदेश में चौथा इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। बी.सी.सी.आई. (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) के उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला ने मोर्टी राजनगर एक्सटैंशन में उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यू.पी.सी.ए.) द्वारा विकसित की जाने वाली इस परियोजना के तहत स्टेडियम का शिलान्यास रख दिया। स्टेडियम 2 साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इसमें आई.पी.एल. के मैच भी करवाए जाएंगे। उक्त परियोजना की रूपरेखा 9 साल पहले खींची गई थी लेकिन अब जाकर इसको अमली जामा पहनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी मंजूरी
बी.सी.सी.आई. उपाध्यक्ष ने किया शिलान्यास
9 साल पहले बनाई गई थी योजना
450 करोड़ रुपए तक की आएगी लागत
32 एकड़ क्षेत्र में बनेगा खेल स्टेडियम
55 हजार लोग एक साथ देख सकेंगे मैच
शिलान्यास समारोह में गाजियाबाद के सांसद और सड़क परिवहन और राजमार्ग और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) विशेष तौर पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि हर कोई लंबे समय से इसका इंतजार कर रहा था। गाजियाबाद दिल्ली के नजदीक है। अगर यह स्टेडियम बनेगा तो दिल्ली कैपिटल्स के मैच यहीं होंगे। फिलहाल सड़क की हालत खराब है, इसे बेहतर किया जाएगा। फिलहाल यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से स्टेडियम निर्माण के लिए भूमि उपयोग जैसी सभी जरूरतों को मंजूरी दी जा चुकी है।
गाजियाबाद स्टेडियम का शिलान्यास रखते बी.सी.सी.आई. उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला।
सिंह ने कहा कि पहले चरण का काम 400 करोड़ तो दूसरे चरण का काम 50 करोड़ रुपए में किया जाएगा। चारदीवारी निर्माण और अन्य के लिए निविदाएं जारी कर दी गई हैं। स्टेडियम का निर्माण अगले दो साल यानी 2026 तक पूरा होने की संभावना है। पिछले 9 साल में प्रोजेक्ट के बजट में करीब 25 फीसदी की बढ़ौतरी की गई है। प्रारंभ में परियोजना की लागत 350 करोड़ रुपए तय की गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 450 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
यह थी अड़चनें
जमीन खरीदने और रजिस्ट्री कराने के बाद बिजली विभाग ने यहां 400 के.वी.ए. क्षमता का टावर लगा दिया था। जिसे अब बिजली विभाग ही हटाएगा।
क्षेत्र फ्लाइट पथ पर पड़ता है इसलिए भारतीय वायुसेना से भी इस योजना के लिए मंजूरी लेनी पड़ी।
जे.डी.ए. के नियमों के अनुसार इस क्षेत्र पर 0.5 एफ.ए.आर. की अनुमति है, जबकि स्टेडियम के लिए 1.50 एफ.ए.आर. चाहिए। इसको लेकर जल्द मंजूरी मिल जाएगी।
यू.पी. में इंटरनैशनल स्टैंडर्ड के स्टेडियम
ग्रीन पार्क स्टेडियम, कानपुर
क्षमता : 25 हजार दर्शक
1945 में बना स्टेडियम गंगा नदी के किनारे स्थित है। कई इंटरनैशनल मुकाबले हो चुके
इकाना क्रिकेट स्टेडियम, लखनऊ
क्षमता : 50 हजार दर्शक
2023 विश्व कप के 5 मुकाबले करवाए गए थे, आई.पी.एल. की एल.एस.जे. का घरेलू मैदान
इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम, वाराणसी
क्षमता : 30 हजार दर्शक
दिसंबर 2025 की आखिरी डैडलाइन, भगवान शिव के डमरू, बेल पत्र से बना है डिजाइन
इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम, गाजियाबाद
क्षमता : 55 हजार दर्शक
दिल्ली कैपिटल्स के लिए बन सकता है घरेलू मैदान, रणजी ट्रॉफी के लिए अहम मैदान
सैफई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, इटावा
क्षमता : 43 हजार दर्शक
ध्यानचंद स्पोर्ट्स कॉलेज के परिसर में बने स्टेडियम में सबसे बड़ा स्कोरबोर्ड डिस्प्ले भी है। (मान्यता नहीं है)
यू.पी. सी.एम. कर चुके भूमि पूजन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वर्ष 2019 में लखनऊ ब्रेकिंग सेरेमनी में इसका भूमि पूजन कर चुके हैं। जल्द ही वह यू.पी. की जनता को एक और इंटरनैशनल स्टेडियम समर्पित कर देंगे जोकि युवाओं को खेलों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करेगा।
सुरेश रैना ने भी उठाया था मुद्दा
गाजियाबाद में क्रिकेट स्टेडियम को लेकर लंबी खींचतान से क्रिकेटर सुरेश रैना भी परेशान दिखे थे। उन्होंने बी.जे.पी. विधायक की एक पोस्ट पर इसको लेकर तल्ख लहजा भी दिखाया था। इस पर विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने जल्द प्रयास करने का आश्वासन दिया था। रैना ने इसके बाद भी सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार को मामले बाबत संज्ञान लेने की अपील की थी।
यू.पी. के पड़ोसी राज्यों की हालत बुरी
पंजाब के पास सिर्फ एक स्टेडियम : इंटरनैशनल स्टेडियम की लिस्ट में यू.पी. तेजी से तरक्की कर रहा है। पंजाब के पास इतने सालों में इंटरनैशनल स्टैंडर्ड का सिर्फ एक क्रिकेट स्टेडियम (मोहाली) है। जिससे पिछले विश्व कप के दौरान मैचों की मेजबानी छीन ली गई थी। मोहाली में होने वाले मुकाबले बाद में धर्मशाला में करवाए गए थे। पंजाब के पास मुल्लांपुर में भी नया क्रिकेट स्टेडियम बनकर तैयार हैं लेकिन अभी तक यहां क्रिकेट मैच करवाए जाने को लेकर रूपरेखा नहीं बन पाई है। वहीं, दूसरी तरफ यू.पी. सरकार 5वें स्टेडियम के साथ क्रिकेट प्रेमियों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी में है। क्योंकि आई.पी.एल. में अब यू.पी. राज्य से लखनऊ सुपर जायंट्स टीम भी हैं तो ऐसे में लोग अपने घरेलू मैदानों पर क्रिकेट सितारों को खेलते हुए देख पाएंगे। जबकि पंजाब में यह मौका सिर्फ मोहाली में ही मिलता है।
हिमाचल में सिर्फ एक : देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी सिर्फ एक स्टेडियम है। साल 2003 में बने स्टेडियम में वनडे विश्व कप 2023 के मुकाबले भी हुए थे। स्टेडियम क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट के लिए फिट है।
हरियाणा में एक भी नहीं : पड़ोसी राज्य हरियाणा में इंटरनैशनल स्टैंडर्ड का एक भी क्रिकेट स्टेडियम बचा नहीं है। पहले फरीदाबाद में स्टेडियम था जहां 8 वनडे खेले गए थे लेकिन साल 2006 में आखिरी वनडे के बाद बी.सी.सी.आई. ने इसके जीर्णोद्धार की ओर ध्यान नहीं दिया है। जिस कारण यह मौजूदा इंटरनैशनल स्टैंडर्ड में पिछड़ गया है।
फोटो कैप्शन : गाजियाबाद स्टेडियम का शिलान्यास रखते बी.सी.सी.आई. उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला।