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टोक्यो : भारतीय निशानेबाज रूबिना फ्रांसिस तोक्यो पैरालंपिक खेलों में मंगलवार को यहां महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 के फाइनल में सातवें स्थान पर रही। रूबिना ने असाका शूटिंग रेंज में फाइनल में 128.1 अंक बनाए। एसएच1 वर्ग में निशानेबाज एक हाथ से ही पिस्टल थामते हैं। उनके एक हाथ या पांव में विकार होता है। इसमें निशानेबाज नियमों के अनुसार बैठकर या खड़े होकर निशाना लगाते हैं। 

ईरान की सारेह जवानमार्दी ने 239.2 के विश्व रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। पिछला रिकार्ड (238.1) रूबिना के नाम पर था। रूबिना ने फाइनल्स में पहली सीरीज में 6.6 का निराशाजनक प्रदर्शन किया जिसके बाद उनके लिए वापसी करना मुश्किल हो गया था। वह पहले चरण के बाद हालांकि 93.1 अंक के साथ चौथे स्थान पर थी। भारतीय निशानेबाज ने वापसी की कोशिश की लेकिन शुरुआती गलती की भरपायी नहीं कर पाई और आठ महिलाओं के फाइनल से बाहर होने वाली दूसरी निशानेबाज बनी। 

इससे पहले रूबिना ने क्वालीफिकेशन में 560 अंक बनाकर सातवें स्थान पर रहकर फाइनल्स में जगह बनाई थी। मध्यप्रदेश के जबलपुर की रहने वाली 22 वर्षीय रूबिना ने जून में पेरू के लीमा में विश्व कप में फाइनल्स में विश्व रिकार्ड बनाया था। रूबिना के पांव में जन्म से ही विकार है। मई में वह राष्ट्रीय शिविर में कोविड-19 से संक्रमित हो गई थी और लीमा विश्व कप से पहले उन्हें लगभग एक महीने तक अभ्यास का मौका नहीं मिला था। विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर ही उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक के लिये कोटा हासिल किया था।