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स्पोर्ट्स डेस्क: विस्फोटक डेविड वार्नर और कप्तान आरोन फिंच के शतकों से आस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच एकतरफा बनाकर मंगलवार को यहां 74 गेंद शेष रहते हुए रिकार्ड दस विकेट से जीत दर्ज की। जिसके बाद भारत की प्लेइंग इलेवन और टीम के प्रदर्शन के उपर फैंस ने खूब नाराजगी जताई। जी हां, तो चलिए आज हम आपको भारत की हार के उन 5 कारणों से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिसकी वजह से टीम को पहला वनडे गवाना पड़ा। 

इस लिस्ट में पहला सबसे बड़ा कारण है टाॅस गवाना 
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विराट सेना के पिछले कुछ सालों का लक्ष्य का पीछें करने का रिकाॅर्ड देखें तो टीम का दमखम देखने को मिला है। बता दें कि भारत को टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने पर मजबूर होना पड़ा और टीम 255 के स्कोर पर ही ढेर हो गई। तो वहीं ऑस्ट्रेलिया ने तो बिना किसी नुकसान के इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। यानि टॉस फैक्टर भारतीय टीम की हार की एक बड़ी वजह रहा। 

इस लिस्ट में दूसरा कारण है बैटिंग ऑर्डर का 
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टीम इंडिया ने सबसे बड़ी गलती की अपनी बल्लेबाजी क्रम को बदलकर। टीम ने ओपनिंग बल्लेबाजी रोहित और धवन ने शुरू की। लेकिन विराट का नंबर 3 पर बल्लेबाजी का रिकॉर्ड देखते हुए, उनके बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करना टीम को सबसे ज्यादा भारी पड़ा।  जिसके वजह से भारत 10-15 ओवरों को अच्छी तरह से खेला था। जहां टीम ने चार विकेट गंवाए वहीं से मैच का पासा पलट गया। बता दें कि टीम के बल्लेबाज  विराट कोहली और रोहित शर्मा पर बहुत अधिक निर्भर रहते है। 

तीसरा कारण आता है मिडिल ऑर्डर का फेल होना 
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शिखर धवन और राहुल की शकतीय साझेदारी के बाद टीम को बड़े स्कोर तक ले जाने का जिम्मा मध्यक्रम पर था, लेकिन युवा मिडिल ऑर्डर इसमें पूरी तरह से फेल हो गया। श्रेयस अय्यर (4), ऋषभ पंत (28) जैसे युवा उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। कप्तान विराट कोहली नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए आए, लेकिन वह भी पारी को आगे ले जाने में सफल नहीं हुए।

चौथा कारण है केदार जाधव को बाहर करना 
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भारतीय क्रिकेट टीम के लिए धोनी और हार्दिक पंड्या जैसे दो अनुभवी खिलाड़ी टीम में मौजूद नहीं हैं जो पिछले कुछ समय से मध्यक्रम या छठे नंबर की जिम्मेदारी को संभाल रहे थे ऐसे में भारतीय टीम को केदार जाधव जैसे अनुभवी खिलाड़ी की टीम में जरूरत थी।

पांचवां कारण है गेंदबाजी की खुली पोल
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भारतीय टीम की गेंदबाजी पिछले कुछ सालों से विश्व की टाॅप की बाॅलिंग की है। लेकिन कोई भी तीर निशाने पर नहीं लगा। चोट के बाद टीम में लैटे बुमराह अपनी लय में नहीं दिखे। मोहम्मद शमी ने जमकर रन लुटाए। स्पिनर्स ने भी वॉर्नर और फिंच के सामने घुटने टेक दिए।