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स्पोर्ट्स डैस्क : भारतीय क्रिकेट टीम में कई नए सितारे एंट्री मारते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, टीम में अभी भी कई ऐसे सीनियर खिलाड़ी हैं, जिनकी उम्र 35 साल से ज्यादा है। ऐसे में पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि टीम में धीरे-धीरे बदलाव होने चाहिए। सहवाग ने इसके लिए खुद का उदाहरण पेश करते हुए कहा कि जैसे गौतम गंभीर, युवराज सिंज और मुझे एक के बाद एक करके हटाया, वही प्रक्रिया अब बीसीसीआई को अपनानी चाहिए।

सहवाग ने अमर उजाला के साथ बात करते हुए टीम इंडिया में बदलाव लाने के लिए सुझाव दिए। जब उनसे जब भारतीय क्रिकेट के भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि टीम इंडिया में अब बदलाव का दौर धीरे-धीरे शुरू होना चाहिए, जैसे 10-12 साल पहले हुआ था उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि फिलहाल टीम इंडिया का भविष्य बहुत अच्छा दिख रहा है। आईपीएल के हिसाब से देखें तो टीम इंडिया के पास टैलेंट की कमी नहीं है। चाहे बात बैटिंग की हो या बॉलिंग की। लेकिन ऐसा है कि जब कोई सीनियर खिलाड़ी, जैसे विराट कोहली हों या रोहित शर्मा, ये सब 33-34 या 35 साल की उम्र के हैं। इनका करियर अभी बचा है, पर बात बदलाव की हो तो फिर इसकी प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरू होनी चाहिए।''

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उन्होंने आगे कहा कि एकदम सभी को बाहर करने पर टीम मुसीबत में पड़ जाएगी। सहवाग ने कहा, ''यदि आप सबको एक साथ बाहर निकालोगे तो हम शायद विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक न पहुंचें। अभी सीनियरों को बाहर करने का टाइम नहीं आया है, पर ऐसा समय जरूर आएगा जब बदलाव आएगा। जब हमारा समय था तो पहले गौतम गंभीर बाहर हुए, युवराज सिंह और फिर सचिन तेंदुलकर, फिर मैं... धीरे-धीरे करके एक खिलाड़ी बाहर होते गए और हमारी जगह कोई नया खिलाड़ी आता गया और भारतीय टीम सेट हो गई। एकदम से तीन-चार खिलाड़ियों को हटाएंगे तो टीम पर दबाव आ जाएगा और मुश्किलें होंगी। इस स्थिति में द्विपक्षीय सीरीज जीतने में भी मुश्किल आएगी।''