ग्रॉस आइलेट (सेंट लूसिया) : श्रीलंका ने आखिर में अपना जलवा दिखाया तथा ग्रुप डी के अपने अंतिम मैच में नीदरलैंड को 83 रन से हराकर टी20 विश्व कप में अपने अभियान का अंत किया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद कुसाल मेंडिस (46) और चरिथ असलांका (46) की उपयोगी पारियों की मदद से 6 विकेट पर 201 रन बनाए। नीदरलैंड की टीम इसके जवाब में 16.4 ओवर में 118 रन बनाकर आउट हो गई। श्रीलंका की तरफ से नुवान तुषारा ने 24 रन देकर तीन विकेट जबकि मथीशा पथिराना (12 रन देकर दो) और कप्तान वानिंदु हसरंगा (25 रन देकर दो) ने दो-दो विकेट लिए।
श्रीलंका की टीम इस मैच में अच्छी लय में दिखी और उसने खेल के सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी और टीम पहले ही सुपर 8 की दौड़ से बाहर हो गई थी। श्रीलंका के शीर्ष क्रम में मेंडिस ने 29 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके लगाए लेकिन वह मध्यक्रम के बल्लेबाज थे जिन्होंने इस मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज ने 15 गेंद पर नाबाद 30 रन और कप्तान हसरंगा ने 10 गेंद पर नाबाद 20 रन बनाए लेकिन असलांका ने 21 गेंद पर 46 रन की तूफानी पारी खेली जिसमें एक चौका और पांच छक्के शामिल हैं।
असलांका ने अपनी पावर हिटिंग का शानदार नमूना पेश किया जिसके लिए उन्हें मैच का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। असलांका ने मैच के बाद कहा, ‘अमेरिका की तुलना में यहां की परिस्थितियों काफी बेहतर थी। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं हो सकता लेकिन हमने परिस्थितियों से अच्छी तरह से तालमेल बिठाया। हम पहले दो मैच के परिणाम से थोड़ा निराश थे लेकिन आखिर में हमने एक अच्छा मैच खेला।'
लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड के सलामी बल्लेबाज माइकल लेविट (31) और मैक्स ओ'डॉव (11) ने सिर्फ़ 4.2 ओवर में 45 रन जोड़े लेकिन एक बार यह साझेदारी टूटने के बाद उसकी टीम कोई संघर्ष नहीं कर पाई। कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने 31 रन बनाए लेकिन इससे हार का अंतर ही कम हुआ। एडवर्ड्स ने मैच के बाद कहा, ‘हमने पूरे टूर्नामेंट में टुकड़ों में अच्छा प्रदर्शन किया तथा तीन मैच में जीत दर्ज करने का मौका गंवाया। बल्लेबाजी में हमें एक ऐसे बल्लेबाज की जरूरत थी जो बड़ी पारी खेले। हमारा कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाया।'