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स्पोर्ट्स डेस्क - भारतीय रेसलर सुशील कुमार ने 12 साल पहले आज ही के दिन (20 अगस्त 2020) बीजिंग ओलंपिक में पहला ओलंपिक मैडल जीता था। सुशील ने 66 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रेसलिंग में हिस्सा लेते हुए कजाकिस्तान के लियोनिद स्पिरिडोनोव को 3-1 से हराकर ब्रांज मैडल जीता था।

बीजिंग ओलंपिक में ब्रांज मैडल जीतकर वह दूसरे खिलाड़ी बने थे जिन्होंने रेसलिंग में ओलंपिक में पदक जीता था। पहले सबसे ये कमाल खाशाबा दादासाहेब जाधव ने ओलंपिक में रेसिंग में मैडल जीता था। इस दिन को याद करते हुए सुशील ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, पदक ने भारतीय कुश्ती के साथ-साथ उनके जीवन को पूरी तरह से बदल दिया। सुशील ने ट्वीट करते हुए कहा, मैंने ओलंपिक में अपना पहला पदक जीता, पदक के लिए गर्व, पदक जिसने पूरी तरह से भारतीय कुश्ती के साथ-साथ मेरे जीवन को भी बदल दिया। 

गौर हो कि सुशील ने इसके बाद 2012 के लंदन ओलंपिक में सिल्वर मैडल जीता और दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय (स्वतंत्रता के बाद) बन गए। सुशील तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और एक पूर्व विश्व कुश्ती चैंपियनशिप विजेता रह चुके हैं।