जालन्धर, (जसमीत) : पंजाब गोल्फ एसोसिएशन (पी.जी.ए.) की ओर से 22वीं गोल्फ चैम्पियनशिप (पी.जी.ए. कप) रणजीतगढ़ गोल्फ क्लब पी.पी.ए. फिल्लौर में करवाई गई जिसमें विश्वजीत सिंह चैम्पियनशिप जीतने में सफल रहे। टूर्नामैंट के पहले दिन 57 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। दूसरे दिन कट के बाद 28 प्लेयर ही अंतिम दौर में हिस्सा ले पाए।
विजेता खिलाड़ियों को पी.जी.ए. अध्यक्ष और पी.पी.एस. रूपिंदर सिंह (विजिलैंस एस.एस.पी.) ने ट्रॉफीज देकर सम्मानित किया। पी.जी.ए. अध्यक्ष ने कहा कि फिल्लौर का रणजीतगढ़ गोल्फ क्लब गोल्फ खेलने वालों को पिछले दो दशकों से अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान कर रहा है। क्लब की ओर से पंजाब की उभरती प्रतिभाओं को मंच दिया जा रहा है ताकि वह अपना खेल बेहतर बना सके।
इन्हें मिले पुरस्कार
लॉन्गेस्ट ड्राइव
- हरजिंदर मट्टू, पी.ए.पी. जालंधर
नियरैस्ट टू पिन
- कुलदीप सिंह ढेसी, पी.ए.पी. फिल्लौर
नैट इन्विटेशनल
- स्नेहदीप शर्मा, पी.ए.पी. फिल्लौर
- जयवीर शेरगिल, पी.ए.पी. फिल्लौर
ग्रॉस इन्विटेशनल
- एच.एस. भुल्लर, आर.सी.एफ. कपूरथला
- नविंदर मोंगा, पी.पी.ए. फिल्लौर
नैट (0-9) हैंडीकैप
- रणवीर पंधेर, आर.सी.एफ. कपूरथला
- सुखवीर, सी.जी.ए. गोल्फ रेंज
- अवनीत सिंह, आर.सी.एफ. कपूरथला
ग्रॉस (0-9) हैंडीकैप
- गुलफाम हुसैन, सी.जी.ए. गोल्फ रेंज
- कुलदीप सिंह ढेसी, पी.ए.पी. जालंधर
चैम्पियन ट्रॉफी
-विश्वजीत सिंह, आर्मी गोल्फ क्लब, पटियाला
22वीं गोल्फ चैम्पियनशिप में 57 गोल्फर्स ने हिस्सा लिया, विजेताओं को पी.पी.एस. रूपिंदर सिंह ने ट्रॉफीज और सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया।
टूर्नामैंट के सफल आयोजन के लिए प्रबंधक कुलविंदर सिंह, स्वतंत्र कुमार और अमित का योगदान रहा। उन्हें सम्मानित भी किया गया। दो दिवसीय गोल्फ टूर्नामैंट में हिस्सा लेने के लिए जालन्धर, पंचकूला और पटियाला से भी गोल्फर्स पहुंचे।
बॉक्स : उभरते गोल्फर्स बोले- गोल्फ के लिए बन रहा माहौल, सुविधाएं मिले तो अच्छे रिजल्ट लाएंगे
एस.पी. मनजीत सिंह ढेसी के बेटे कुलदीप ढेसी ने कहा कि वह यूएसए किड्स गोल्फ चैंपियनशिप भी खेल चुके हैं। इसमें इंडियन चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा था। कुलदीप ने गोल्फ के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्कूल स्तर पर अगर बच्चों को इसकी ट्रेनिंग मिले तो यह काफी फायदेमंद होगा।
10 साल से गोल्फ खेल रहे मनराज सिंह दयोल थाइलैंड जूनियर भी खेल चुके हैं, ने कहा कि गोल्फ की ओर उनका झुकाव तब हुआ जब उन्होंने यू.एस.ए. में इसकी लोकप्रियता देखी। पंजाब में भी यह गेम तेजी से उभर रहा है। हमारे पास फिल्लौर और कपूरथला में बढ़िया रेंज हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ौतरी कर इसे वर्ल्ड क्लास बनाया जा सकता है।
गुरमनजीत सिंह ढिल्लों जोकि 5 साल से गोल्फ खेल रहे हैं, ने अपने छोटे भाई को देखकर यह गेम अपनाई थी। उन्होंने कहा कि गोल्फ खेलने के लिए धैर्य की जरूरत रहती है। अगर आप इसमें सफल रहते हैं तो कामयाबी आपके कदम चूमती है। गुरमनजीत का लक्ष्य ओलिम्पिक में भारत के लिए पदक लाना है, इसके लिए वह मेहनत कर रहे हैं।
आर.सी.एफ. कपूरथला से आए अवनीत सिंह नैशनल खेल चुके हैं। उन्होंने गोल्फ के लिए सही कोचिंग को महत्वपूर्ण माना। उन्होंने कहा कि गोल्फ एकाग्रता बढ़ाने का सबसे अच्छा जरिया है। कोच के माध्यम से इसे और बेहतर बनाया जा सकता है। एन.सी.आर. जितने ज्यादा टूर्नामैंट होंगे, उतना ही यह गोल्फर्स के लिए बढ़िया होगा।