Sports

बर्लिन : पुडुचेरी के टी विशाल ने 2023 स्पेशल ओलंपिक विश्व खेलों में पावरलिफ्टिंग में सिल्वर जीतकर पदक तालिका में भारत का खाता खोल दिया है। इस 16 वर्षीय भारोत्तोलक ने सोमवार को पुरुषों की स्क्वाट प्रतियोगिता (122.50 किग्रा), डेडलिफ्ट प्रतियोगिता (155 किग्रा), बेंच प्रेस (85 किग्रा) और संयुक्त प्रतियोगिता में सिल्वर जीतकर प्रतियोगिता में भारत को पहला पदक दिलाया। अपने माता-पिता द्वारा खेलकूद में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किये जाने पर विशाल ने पैरालिंपिक खेलों को देखकर एथलीट बनने का फैसला किया था। 

उन्होंने तुरंत अपने माता-पिता से एक कोच खोजने के लिए कहा जो उन्हें तकनीक और खेल की अनिवार्यता सिखा सके। विशाल के पिता को जब स्पेशल ओलंपिक भारत के बारे में पता चला तो उन्होंने कोच और स्पेशल ओलंपिक भारत की स्थानीय निदेशक से बात करके उन्हें संस्था में भर्ती करवाना चाहा। विशाल की मां हालांकि यह स्वीकार करने के लिये तैयार नहीं थीं कि उनका बेटा एक विशेष एथलीट है। 

एसओ भरत पुडुचेरी क्षेत्र निदेशक चित्रा शाह बताती हैं, ‘‘अभी भी, जब हम विशाल के प्रदर्शन पर चर्चा करते हैं या उसकी विशेष आवश्यकताओं के बारे में बात करते हैं तो अक्सर उसकी मां प्रतिरोध की भावना दिखाती हैं। हमने उन्हें न केवल विशाल की विशेष जरूरतों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया, बल्कि विशाल को हमारे कार्यक्रम के भीतर आकर खेल का आनंद लेने के लिये कहा। इससे उसे अपने साथियों के समूह के साथ प्रदर्शन करते हुए खेलों में बेहतर होने में मदद मिलेगी, साथ ही उसे समाज का हिस्सा बनने में भी मदद मिलेगी।' 

चित्रा का कहना है कि खेलों में हिस्सा लेने से वह समाज से बेहतर तरीके से जुड़ पा रहे हैं। विशाल के सिल्वर मेडल जीतने की खबर फोन पर सुनकर उनकी मां भी खुशी और गर्व से भर गईं। इसी बीच, कई अन्य भारतीय खिलाड़ी पदक की दौड़ में शामिल हो गये हैं। ट्रैक पर, 800 मीटर धावक आसिफ मलानूर (लेवल बी), सोहम राजपूत (लेवल सी) और गीतांजलि नागवेकर (लेवल डी) अपने इवेंट के फाइनल में पहुंचे, जबकि लिबिन मल्लिका राजकुमार (लेवल बी) 200 मीटर में फाइनल में पहुंचे। पुरुषों की 43400 मीटर टीम ने भी फाइनल के लिये क्वालीफाई कर लिया है।