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मेलबर्न : आस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन द्वारा डेविड वॉर्नर की आलोचना बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के गले नहीं उतरी है और उन्होंने अगले साल जनवरी में सिडनी में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने जा रहे इस सलामी बल्लेबाज का बचाव किया है। 

 

जॉनसन ने पाकिस्तान के खिलाफ 14 दिसंबर से पर्थ में शुरू हो रही 3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया की 14 सदस्यीय टीम में वॉर्नर के चयन पर सवाल उठाए हैं। क्यों एक संघर्षरत टेस्ट सलामी बल्लेबाज को अपनी सेवानिवृत्ति की तारीख खुद ही नामित करनी पड़ती है। और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक के केंद्र में रहने वाले खिलाड़ी को हीरो की तरह विदाई क्यों दी जानी चाहिए? अपने फॉर्म के आधार पर 37 वर्ष के वॉर्नर टीम में जगह पाने के हकदार नहीं हैं और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में 2018 में हुए ‘सैंडपेपर कांड' में भी अपनी भूमिका की पूरी जिम्मेदारी नहीं ली है।

 

ख्वाजा ने वॉर्नर और स्टीव स्मिथ का बचाव किया है जो उस समय आस्ट्रेलिया के कप्तान थे। उन्होंने कहा कि वॉर्नर और स्मिथ मेरी नजर में हीरो हैं। उन्होंने खराब समय में एक साल क्रिकेट नहीं खेली। कोई भी परफेक्ट नहीं होता। मिचेल जॉनसन भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई कहता है कि डेविड वॉर्नर या सैंडपेपर कांड में शामिल कोई और भी हीरो नहीं है तो मैं उससे इत्तेफाक नहीं रखता क्योंकि वे अपनी सजा भुगत चुके हैं। एक साल लंबा समय होता है।