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खेल डैस्क : अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित शीतल देवी जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ के उस इलाके से आती है जो आतंकवाद से प्रभावित रहा है। जन्म से ही शीतल के हाथ नहीं थे। बावजूद इसके उसके माता-पिता ने हार नहीं मानी। 2019 में 11 राष्ट्रीय राइफल नॉर्दर्न कमांड ने उसे गोद लिया और उसे अवसर दिए। साल 2021 में शीतल के लिए मेजर अक्षय गिरीश की मां मेघना गिरीश ने कृत्रिम अंगों का इंतजाम किया। शीतल की ताकत उसके पैरों में थी। इस दौरान शीतल से बेंगलुरु की प्रीति राय जुड़ी। इसके बाद शीतल ने 2023 में विश्व तीरंदाजी प्रतियोगिता में पदक जीता। कोच कुलदीप बैदवान का सहयोग रहा जिन्होंने शीतल को अपने मुंह और पैरों से तीरंदाजी करने में मदद करने के लिए एक विशेष किट बनवाई। शीतल अभी श्री वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड, कटरा में कोच अभिलाषा चौधरी से ट्रेनिंग ले रही हैं। अर्जुन पुरस्कार पाने वाली शीतल प्रदेश की पहली पैरा तीरंदाज है। शीतल देवी ने सम्मान मिलने पर कहा कि यह दिन विशेष है! भारत के माननीय राष्ट्रपति से प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करके सम्मानित महसूस कर रही हूं। प्यार, समर्थन और प्रोत्साहन के लिए आप सभी को धन्यवाद।

शीतल देवी की उपलबियां
3 गोल्ड, एक रजत : पैरा एशियाई खेल 2023, हांगझू
1 रजत : विश्व पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप 2023, चेक गणराज्य

सेलिब्रिटीज ने भी दी बधाई