धर्मशाला : टखने की सर्जरी से उबर रहे भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस साल सितंबर में बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला के के दौरान वापसी कर सकते हैं। यह जानकारी भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने दी। शमी इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से बाहर रहे।
पिछले महीने हुई टखने की सर्जरी के कारण वह बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 22 मार्च से शुरू हो रहे आगामी सत्र से भी बाहर रहेंगे। जून में वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में होने वाले टी20 विश्व कप में भी उनकी भागीदारी की संभावना नहीं है। शमी ने भारत के लिए अपना पिछला मैच एकदिवसीय विश्व कप में खेला था। भारत सितंबर में दो टेस्ट और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए बांग्लादेश की मेजबानी करेगा।
शाह ने कहा, ‘शमी की सर्जरी हो गई है, वह भारत वापस आ गए हैं। बांग्लादेश के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए शमी की वापसी की संभावना है। लोकेश राहुल को इंजेक्शन की जरूरत थी, उन्होंने रिहैब (चोट से उबरने की प्रक्रिया) शुरू कर दिया है और एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में हैं।'
राहुल दाहिने क्वाड्रिसेप्स (जांघ की मांसपेशियां) में दर्द की शिकायत के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के आखिरी चार मैच नहीं खेल पाए थे। लंदन में इलाज कराने के बाद उनके आईपीएल में लखनऊ सुपरजायंट्स के लिए खेलने की उम्मीद हैं। बीसीसीआई सचिव ने ऋषभ पंत पर की चोट से उबरने और खेल में वापसी पर भी जानकारी दी। उन्होंने कहा पंत आईपीएल में वापसी के लिए तैयार है। पंत दिसंबर 2022 में एक भीषण कार दुर्घटना के बाद से खेल से दूर है।
शाह ने कहा, ‘वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहा है, वह अच्छी कीपिंग कर रहा है। हम जल्द ही उसे फिट घोषित कर देंगे। अगर वह टी20 विश्व कप खेल सका तो यह हमारे लिए बहुत बड़ी बात होगी। वह हमारे लिए एक अहम खिलाड़ी है।' शाह ने कहा, ‘अगर वह कीपिंग कर सका तो वह विश्व कप खेल सकता है। देखते हैं कि वह आईपीएल में कैसा प्रदर्शन करता है।'
इंडियन प्रीमियर लीग में विदेशी निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है क्योंकि बीसीसीआई कंपनी नहीं सोसाइटी है। उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई सोसाइटी है और कोई इस में निवेश नहीं कर सकता है।' पिछले साल खबर आई थी कि सऊदी अरब की नजर आईपीएल में अरबों डॉलर के निवेश पर है। भारत में पंजीकृत सोसायटी केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी के बिना विदेशी निवेश स्वीकार नहीं कर सकती है।