बासेल : भारत के शंकर मुथुसामी सुब्रमण्यम ने डेनमार्क के विश्व में नंबर दो खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन को तीन गेम के रोमांचक मुकाबले में उलटफेर का शिकार बनाकर यहां स्विस ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। विश्व जूनियर चैंपियनशिप 2022 के रजत पदक विजेता और वर्तमान में दुनिया में 64वें नंबर के 21 वर्षीय खिलाड़ी सुब्रमण्यम ने अपने रक्षण का प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए तीन बार के विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता को 66 मिनट में 18-21 21-12 21-5 से हराया।
तमिलनाडु के रहने वाले सुब्रमण्यम के करियर की यह सबसे बड़ी जीत है। उनका अगला मुकाबला फ्रांस के विश्व में 31वें नंबर के खिलाड़ी क्रिस्टो पोपोव से होगा जिन्होंने इस सत्र में अभी तक अच्छा प्रदर्शन किया है। सुब्रमण्यम टूर्नामेंट में बचे एकमात्र भारतीय एकल खिलाड़ी हैं, जबकि त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी भी क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है।
विश्व में नौवें नंबर की भारतीय जोड़ी में गुरुवार को खेले गए मैच में जर्मनी की एमिली लेहमैन और सेलिन हब्श को 21-12, 21-8 से हराया। अन्य भारतीय खिलाड़ियों में इशरानी बरुआ चीन की हान कियान शी से 63 मिनट में 19-21, 21-18, 18-21 से जबकि अनुपमा उपाध्याय महिला एकल के एक अन्य मैच में इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वर्दानी से 17-21, 19-21 से हार गईं।
सतीश करुणाकरन और आद्या वरियाथ की मिश्रित युगल जोड़ी को लियू कुआंग हेंग और झेंग यू चीह से 14-21, 16-21 से हार का सामना करना पड़ा। सुब्रमण्यम ने एंटोनसेन के खिलाफ सटीक खेल दिखाया जबकि डेनमार्क के खिलाड़ी का अपने शॉट पर नियंत्रण नहीं था। शुरुआती गेम में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ, जिसमें बढ़त बार-बार बदलती रही। ब्रेक के समय एंटोनसेन केवल एक अंक की बढ़त बना सके।
बाएं हाथ से खेलने वाले सुब्रमण्यम ने स्कोर 16-14 कर दिया, लेकिन दबाव बरकरार नहीं रख सके और एंटोनसेन ने पहला गेम अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में स्थिति एकदम से बदल गई और सुब्रमण्यम ने डेनमार्क के खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया। एंटोनसेन ने निराशा में अपने रैकेट को लात भी मारी। सुब्रमण्यम ने पहले 8-4 और फिर ब्रेक तक 11-6 की बढ़त हासिल की।
एंटोनसेन ने एक और शॉट बाहर मारा जिससे भारतीय खिलाड़ी ने दूसरा गेम जीतकर मुकाबला बराबरी पर ला दिया। तीसरे गेम के शुरू में स्कोर एक समय 3-3 से बराबर था लेकिन इसके बाद एंटोनसेन ने पूरी तरह से नियंत्रण खो दिया और कई अप्रत्याशित गलतियां कीं, जिससे भारतीय खिलाड़ी ने ब्रेक तक 11-3 की बढ़त बना ली। सुब्रमण्यम ने इसके बाद भी अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और मैच अपनी झोली में डाल दिया।