नई दिल्ली : मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने मतदाताओं को जागरूक और शिक्षित बनाने के लिए बुधवार को चुनाव आयोग के ‘नेशनल आइकन' (राष्ट्र की पहचान) के रूप में एक नई पारी की शुरुआत की। चुनाव आयोग ने तेंदुलकर के साथ 3 साल का कॉन्ट्रेक्ट किया है। तेंदुलकर ने कॉन्ट्रेक्ट हासिल कर कहा कि भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र में युवा आबादी राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाती है। जो दिल मैदान पर ‘इंडिया-इंडिया' के शोर के साथ धड़कते हैं, वह लोकतंत्र को आगे ले जाने के लिए भी धड़केंगे।
सचिन ने कहा कि स्टेडियमों में भीड़ आने से मतदान केंद्रों पर भीड़ उमड़ने तक, राष्ट्रीय टीम के साथ खड़े होने से लेकर वोट डालने के लिए समय निकालने तक, हम जोश और उत्साह बनाए रखेंगे जब देश के कोने-कोने से युवा चुनावी लोकतंत्र में बड़ी संख्या में भाग लेंगे तो हम अपने देश का एक समृद्ध भविष्य देखेंगे। यह सहयोग विशेष रूप से 2024 में होने वाले आगामी आम चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए युवा आबादी के साथ तेंदुलकर के अद्वितीय प्रभाव का लाभ उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि तेंदुलकर विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित प्रतीक हैं। उनके पास एक विरासत है जो उनकी क्रिकेट प्रतिभा से कहीं आगे तक फैली हुई है। जिससे वह चुनाव आयोग के लिए मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए आदर्श विकल्प बन गए हैं। इस साझेदारी के तहत तेंदुलकर विभिन्न टीवी कार्यक्रमों और डिजिटल अभियानों में मतदाता जागरूकता बढ़ाएंगे। वह लोगों को मतदान का महत्व समझाएंगे।
बता दें कि चुनाव आयोग मतदाताओं को लोकतंत्र के त्योहार में भागीदारी के लिए प्रेरित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध भारतीयों के साथ साझेदारी करता आया है। पिछले वर्ष आयोग ने प्रसिद्ध अभिनेता पंकज त्रिपाठी को नेशनल आइकॉन के रूप में मान्यता दी थी। इससे पहले, 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान महेन्द्र सिंह धोनी, आमिर खान और मैरी कॉम जैसे दिग्गज चुनाव आयोग के नेशनल आइकॉन रह चुके हैं।